नई दिल्लीः दुनियाभर में आर्टिफिशियल इंटेलीजेंस पर काफी तेजी से काम हो रहा है. कुछ समय से चैटजीपीटी का नाम सबकी जुबान पर है. चैटजीपीटी एआई बेस्ड चैटबॉट है. जो सवालों के जवाब देता है. चैटजीपीटी का नया वर्जन GPT-4 भी आ चुका है. यह सवालों के जवाब और सटीक तरीके से दे रहा है. हालांकि, अभी इसके पास करेंट इवेंट्स की जानकारी और रियल टाइम इन्फोर्मेशन नहीं है.
लेकिन, यह तमाम सवालों के जवाब देता है. इन दिनों इंटरनेट पर लोगों में मुगलों के हरम के बारे में जानने की काफी दिलचस्पी देखने को मिल रही है. ऐसे में मुगलों के हरम और वहां दासियों के साथ होने वाले व्यवहार पर चैटजीपीटी क्या जवाब देता है जानिएः
सवालः मुगलों के हरम में क्या होता था?
GPT 4: मुगल साम्राज्य के हरम में मुगल बादशाहों की महिलाएं और अन्य निवासी रहते थे. इस हरम में बादशाह की रानियां, अन्य महिलाएं और उनके बच्चे रहते थे. हरम में आमतौर पर अधिक से अधिक लड़कियों और महिलाओं को जुड़ा दिया जाता था, जो बादशाह के लिए रंग-बिरंगे कपड़ों में नृत्य करती थीं और मनोरंजन करती थीं.
बादशाह के व्यक्तिगत कर्मचारी और सेवक भी हरम में रहते थे, जो उनकी देखभाल करते थे और उनकी जरूरतों को पूरा करते थे. यहां विशाल स्तंभों, भवनों, मस्जिदों और जल-कुण्डों के साथ सुशोभित हरम था. हरम में रहने वाली महिलाओं के बीच कुछ नियम थे जैसे कि वे हरम से बाहर नहीं निकल सकती थीं और उन्हें पर्दे में रहना पड़ता था.
इसके अलावा, मुगल साम्राज्य में हरम में संगीत, कला, सौंदर्य, विवाह और जश्न के साथ विभिन्न धर्मों के अनुष्ठान भी होते थे.
सवालः मुगल राजा हरम में दासियों के साथ कैसा व्यवहार करते थे?
GPT 4: मुगल राजाओं के हरम में दासियों के साथ अनेक प्रकार का व्यवहार किया जाता था. दासियों को मुगल साम्राज्य में 'तवायफ' या 'बाईस' के नाम से जाना जाता था. ये लड़कियां मुगल बादशाहों की विशेष सेवा में रखी जाती थीं और उन्हें हरम में रखा जाता था.
मुगल बादशाहों को अपने मनोरंजन के लिए दासियों की आवश्यकता होती थी और वे अपनी मनपसंद दासियों को अपने हरम में रखते थे. वे उन्हें रंग-बिरंगे कपड़ों में अलग-अलग सामूहिक नृत्य और मनोरंजन करवाते थे. इसके अलावा दासियों को उनके संतानों की नौकरी भी मिल सकती थी और वे उनकी शिक्षा और पालन-पोषण के लिए जिम्मेदार होती थीं.
हालांकि, दासियों के साथ अन्य भी व्यवहार होता था, जिसमें उनकी आजीविका बनाने के लिए उन्हें दरिद्रता और उत्पीड़न का सामना करना पड़ता था.
यह भी पढ़िएः Corona Cases in India: कोरोना के मामलों ने फिर पकड़ी रफ्तार, केस 6 हजार पार, दिल्ली समेत देश में हुईं इतनी मौतें
Zee Hindustan News App: देश-दुनिया, बॉलीवुड, बिज़नेस, ज्योतिष, धर्म-कर्म, खेल और गैजेट्स की दुनिया की सभी खबरें अपने मोबाइल पर पढ़ने के लिए डाउनलोड करें ज़ी हिंदुस्तान न्यूज़ ऐप.