नई दिल्ली. दुनिया चीनी वायरस से जूझ रही है और इस वायरस का साजिश करने वाला चीन अपनी नई नई साजिशों में लगा है. लेकिन चीन के लिए बुरी खबर ये है कि चीन की हर साजिश पर अब दुनिया की नज़र है. कोरोनावायरस से जंग लड़ रही दुनिया में चीन मौके का फायदा उठाने की कोशिश में है और अब पता चला है वह भारत से 600 किमी दूर हिंद महासागर में एक कृत्रिम द्वीप बनाने की कोशिश में है.
भारत को घेरने का है मकसद
सामरिक तौर पर भारत की स्थिति दक्षिण एशिया में बहुत सुरक्षित है. एक तरफ हिमालय क्षेत्र है तो दूसरी तरफ समुद्र. बीच में पूर्व में है बांग्लादेश जहां फिलहाल चीन की पहुँच ढंग से नहीं बन पाई है. सिर्फ पश्चिमी क्षेत्र में पकिस्तान सीमा ही भारत के लिए सामरिक चुनौती है. चीन की पहुँच पाकिस्तान में पूरी तरह बनी हुई है. किन्तु सिर्फ एक सीमाई क्षेत्र से भारत को चुनौती देना ही काफी नहीं होगा, इसलिए चीन भारत को घेरने के लिए नए मोर्चे और नए कोने तलाश रहा है.
चीन ने शुरू कर दिया निर्माण-कार्य
भारत को सेटेलाइट के माध्यम से ये जानकारी मिली है. सेटेलाइट से जारी की गई तस्वीरों में देखा गया है कि मालदीव से जो क्षेत्र चीन ने लीज पर लिया है, उसने वहां पर निर्माण कार्य प्रारम्भ कर दिया है. अगली गतिविधि के तौर पर आगे चल कर चीन इस क्षेत्र में कृत्रिम द्वीप बनाने की योजना को मूर्तरूप दे सकता है.
फाइडोफिनेल द्वीप दिया था मालदीव ने
चीन ने मालदीव के पूर्व राष्ट्रपति अब्दुल्ला यामीन से उनके कार्यकाल के दौरान यह क्षत्र लीज पर लिया था. वर्ष 2016 में यामीन ने फाइडोफिनेल द्वीप समेत 16 द्वीपों को 50 साल के लिए चीनी कंपनियों को लीज पर देने की योजना पर मुहर लगा दी थी. अब चीन इन द्वीपों पर बड़े पैमाने पर निर्माण कार्य करके हिंद महासागर में अपना वर्चस्व बढ़ाने की कोशिश शुरू कर दी है.
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