नई दिल्लीः कोरोना के नए रूप डेल्टा वेरिएंट ने पूरी दुनिया को सकतें में डाल रखा है. विश्व स्वास्थ्य संगठन (डब्लूएचओ) की रिपोर्ट के अनुसार दुनिया के करीब 96 देशों में डेल्टा वेरिएंट के मामले सामने आ रहे हैं. कई देशों की स्वास्थ्य व्यवस्थाएं चरमरा गई हैं. हैरानी की बात ये है कि भारत में जब कोरोना के मामले तेजी से बढ़ रहे थे तब दुनिया के कई देशों की मीडिया भारत के हेल्थ सिस्टम की आलोचना कर रही थी. खासकर पश्चिमी देशों के मीडिया संस्थानों ने भारत की व्यवस्था पर खूब सवाल उठाए थे. लेकिन आज जब कई देशों में लोगों के पास इलाज तक की व्यवस्था नहीं है तो उसपर मीडिया चुप है. ऐसी ही एक कहानी एशिया के ही देश इंडोनेशिया की है, जहां डेल्टा वेरिएंट कहर बनकर टूटा है.
इंडोनेशिया में ऑक्सीजन को तरस रहे लोग
आलम ये है कि इंडोनेशिया में इन दिनों हर हफ्ते लाखों कोरोना के केस सामने आ रहे हैं. हजारों की संख्या में लोग रोजाना दम तोड़ रहे हैं. अस्पतालों में बेड की कमी को लेकर लोग सड़कों पर हैं. वहां के स्वास्थ्य मंत्री ने भी अपने बयान में माना है कि हम कोरोना की इस नई लहर के खतरे से बिल्कुल अनजान थे और हमारी तैयारियां भी सही नहीं थी. इसलिए लोगों को दिक्कत का सामना करना पड़ रहा है.
वैक्सीनेशन भी बहुत कम
अस्पतालों में बेड की कमी तो एक पहलू है लेकिन आलम ये है कि इंडोनेशिया में वहां के डॉक्टर्स दोहरी चिंता से जूझ रहे हैं. एक ओर लोगों को अच्छे इलाज की चिंता है तो दूसरी ओर वैक्सीनेशन की. दरअसल, वैक्सीनेशन के मामले में इंडोनेशिया का प्रदर्शन बेहद लचर दिखा है. अबतक वहां की केवल 4 प्रतिशत आबादी को ही वैक्सीन लगाया जा सका है. एक्सपर्ट्स का मानना है कि वैक्सीनेशन में कमी के कारण भी वहां इन दिनों डेल्टा वेरिएंट ने कहर बरपा रखा है.
ये भी पढ़ेंः China में कम्युनिस्ट पार्टी के 100 साल पूरे, बीजेपी के बाद दूसरे सबसे बड़े दल के बारे में जानिए सबकुछ
इमरेजेंसी लगाने की नौबत
आलम ये है कि अब इंडोनेशिया के राष्ट्रपति ने देश में 3 जुलाई से लेकर 20 जुलाई तक इमरजेंसी लगाने की घोषणा कर दी है. लोगों को घरों से बाहर निकलने पर पाबंदी रहेगी. लेकिन जानकारों का मानना है कि जिस तरह से इंडोनेशिया में हालात हो रहे हैं उससे वहां ये पाबंदियां बढ़ाई जा सकती हैं.
Zee Hindustan News App: देश-दुनिया, बॉलीवुड, बिज़नेस, ज्योतिष, धर्म-कर्म, खेल और गैजेट्स की दुनिया की सभी खबरें अपने मोबाइल पर पढ़ने के लिए डाउनलोड करें ज़ी हिंदुस्तान न्यूज़ ऐप.