वाशिंगटन. साल 2019 जाते जाते अमरीकी राष्ट्रीपति डोनाल्ड ट्रम्प को अशुभ समाचार दे कर जा रहा है. अमरीकी संसद के निचले सदन हाउस ऑफ़ रिप्रेज़ेन्टेटिव में अमरीकी राष्ट्रपति के ख़िलाफ़ महाभियोग को मंज़ूरी मिल गई है.
ट्रम्प हैं तीसरे महाभियोगी-राष्ट्रपति
अमरीकी इतिहास में ट्रंप ऐसे तीसरे राष्ट्रपति हैं जिनके ख़िलाफ़ महाभियोग को मंज़ूरी दी गई है. डेमोक्रेट सांसदों के बहुमत वाले अमरीकी संसद के निचले सदन ने 197 के मुक़ाबले 230 मतों से महाभियोग को समर्थन प्रदान किया है. 151 साल के अमरीकी इतिहास में ट्रम्प से पहले दो राष्ट्रपतियों- एंड्रयू जॉनसन और बिल क्लिंटन के खिलाफ महाभियोग प्रस्ताव सीनेट तक पहंचा था किन्तु वहां दोनों नेता महाभियोग से साफ़ बरी हो गए.
अब मामला जाएगा ऊपरी सदन में
निचले सदन में प्रस्ताव पास होए के बाद अब ये अगले महीने ये मामला संसद के ऊपरी सदन में जाएगा मगर सेनेट पर रिपब्लिकन सांसदों की मजबूत पकड़ है. इसलिए इस बात की संभावना बहुत कम है कि राष्ट्रपति ट्रंप को वहां समर्थन प्राप्त न होगा.
ट्रम्प भी पूर्व राष्ट्रपतियों की तरह बच जाएंगे ?
पूर्व अमरीकी राष्ट्रपति बिल क्लिंटन और एंड्रू जॉनसन भी सीनेट में साफ़ बच गए थे और महाभियोग उनके विरोध में पास न हो सका था. यही स्थिति अमूमन डोनाल्ड ट्रम्प के साथ भी है. ऊपरी सदन रिप्लीकन्स का सदन है यहां ट्रम्प को पूरा समर्थन मिलेगा और वे अपने पद पर बने रहेंगे.
क्या है मामला महाअभियोग का
राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प के खिलाफ सत्ता के दुरुपयोग का मामला बना है जिसे कल बुधवार 18 दिसम्बर को सीनेट लाया गया. अमरीकी सीनेट के निचले सदन हाउस ऑफ रिप्रजेंटेटिव में सांसदों का समर्थन इस महाभियोग को प्राप्त भी हो गया है. अब ट्रम्प से कुर्सी छीनने के लिए उच्च सदन सीनेट में महाभियोग की प्रक्रिया पर कार्य होगा.
निचले सदन में बहुमत है राष्ट्रपति के खिलाफ
महाभियोग मामले पर वोटिंग में विपक्षी डेमोक्रैट्स के बहुमत वाले हाउस ऑफ रिप्रजेंटेटिव में प्रस्ताव के पक्ष में 230 और विरोध में 197 वोट पड़े.