जलवायु परिवर्तन से लड़ने के लिए किचन गार्डन उगाइये !

दुनिया का हर व्यक्ति जलवायु परिवर्तन से प्रभावित हो रहा है इसलिए हर व्यक्ति का कर्तव्य है कि वह अपनी सरकारों का मुंह देखना बंद करे और अपने स्तर पर जलवायु परिवर्तन से मुक़ाबला करे..ये जलवायु परिवर्तन के खिलाफ एक कामयाब हथियार है जिसे आप जानते हैं किचन गार्डन के नाम से..  

Written by - Zee Hindustan Web Team | Last Updated : Feb 25, 2020, 06:53 PM IST
    • जलवायु परिवर्तन को रोकने की लड़ाई में कामयाब हथियार
    • किसानों का नुकसान सबसे अधिक
    • बीमारियां भी बढ़ती हैं जलवायु परिवर्तन से
 जलवायु परिवर्तन से लड़ने के लिए किचन गार्डन उगाइये !

 

नई दिल्ली. हर घर में होता है किचन गार्डन अगर नहीं है तो बनाया जा सकता है. घर में बाहर बगीचे की जगह न हो तो बरामदे में और अगर बरामदा भी न हो तो आंगन में या छत पर उगाया जा सकता है किचन गार्डन. अब जब आपके घर पर भी जलवायु परिवर्तन टेढ़ी नज़र डाल रहा है तो आपका भी फ़र्ज़ बनता है कि आप भी उसके खिलाफ अपने हथियार निकालो..और आपके इस हथियार का नाम है किचन गार्डन.

 

जलवायु परिवर्तन को रोकने की लड़ाई में कामयाब हथियार 

ये हथियार हर इंसान के पास है हर घर में है जो कि जलवायु परिवर्तन को टक्कर दे सकता है. वैसे भी अपने घर के बग़ीचे में फल और सब्ज़ी उगाना पर्यावरण के फायदे में माना जाता है. अब समय आ गया है कि हर घर अपनी सरकार की मदद करे और किचन गार्डन लगा कर सारी दुनिया में जलवायु परिवर्तन के खिलाफ लड़ाई को मजबूत करे. 

किसानों का नुकसान सबसे अधिक 

जलवायु परिवर्तन से किसानों का नुकसान सबसे ज्यादा होता है. ये एक बड़ा सच है कि वे लोग जो कि जलवायु परिवर्तन के लिए मूल रूप से ज़िम्मेदार नहीं हैं वही ही जलवायु परिवर्तन का सबसे अधिक प्रभाव झेल रहे हैं.  नोबेल फ़ाउंडेशन द्वारा बर्लिन में आयोजित एक स्वास्थ्य और जलवायु विशेषज्ञों की एक बैठक में बताया गया कि ऐसे समुदाय जलवायु परिवर्तन से सबसे ज़्यादा और सीधे तौर पर प्रभावित होते हैं, जो प्राकृतिक आपदाओं की वजह से अपनी आजीविका खो देते हैं . उनके बच्चे इससे सबसे ज्यादा नुकसान उठाते हैं क्योंकि वे बचपन की उम्र के बढ़ाव पर होते हैं और उन्हें बढ़ती उम्र में कई पोषक तत्वों की आवश्यकता होती है जो उनको नहीं मिल पाती. 

 

बीमारियां भी बढ़ती हैं जलवायु परिवर्तन से 

नोबेल विजेता पीटर आग्रे ने इस बारे में दुनिया को चेताया है कि जलवायु परिवर्तन का अर्थ है कि बीमारियां  बढ़ रही हैं. कुछ बीमारियां उन जगहों पर देखी गईं जहां उन्हें कभी नहीं देखा गया है. तापमान के बढ़ने के साथ ठंडे स्थानों पर वे बीमारियां भी बढ़ती जा रही हैं जो पहले दक्षिण अमरीका और या अफ्रीका के गर्म हिस्सों हुआ करती थीं.

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