नई दिल्ली. बांग्लादेश का बाप है हिन्दुस्तान. हिदुस्तान ने ही जन्म दिया है बांग्लादेश को लेकिन आज यही बांग्लादेश अगर भारत का दुश्मन बन जाए तो हैरानी नहीं होगी. इसकी वजह है बड़े बड़े नोट जो मिल सकते हैं बांग्लादेश को चीन से. ऐसे में क्या दोस्ती और कैसा रिश्ता भारत से.
झुकाव दिखा दिया बांग्लादेश ने
बांग्लादेश ने देर नहीं लगाईं और पचास साल का भारत से करीबी रिश्ते को धता बताने की शुरुआत कर दी है. उसका चीन और पाक की तरफ झुकाव नज़र आने लगा है. भारत के बड़े और सदाबहार सहयोग को भूल कर बांग्लादेश भारतीय राजनयिक को तवज्जो देना जरूरी नहीं समझा और चीन और पाकिस्तान के साथ रिश्ते जोड़ने में लग गया है.
चीन की चौथी चाल
ये चीन की चौथी चाल है जिसका नाम है बांग्लादेश. बांग्लादेश को भी पता कर चीन भारत को एक दम अकेला कर देना चाहता है और चारों तरफ से भारत पर हमले के सपने देख रहा है. चीन के साथ लदाख सीमा पर सैन्यगतिरोध के दौरान ही भारत के लिए ये नई चिंता पैदा हो गई है कि उसका पड़ोसी बांग्लादेश, चीन से दोस्ती गांठता दिख रहा है. दो दिन पहले ही इमरान खान ने शेख हसीना से फ़ोन पर घंटों बातचीत की थी जो चीन के इशारे पर हुई है.
मई माह से शुरू हो गया था
दो माह पूर्व ही बांग्लादेश और चीन के गठजोड़ की शुरुआत हो गई थी. मई में हुई बांग्लादेश की प्रधानमंत्री शेख हसीना और चीनी राष्ट्रपति शी जिनपिंग के बीच मीटिंग के तुरंत बाद चीन ने बांग्लादेश को टुकड़े फेंकने शुरू कर दिए थे. चीन ने बांग्लादेश के 97 फीसदी उत्पादों को को अपने यहां ड्यूटी फ्री कर दिया था. तो ऐसे में अब चीन के अहसान को चुकाने के लिए बांग्लादेश दुहरा हुआ जा रहा है.
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