नई दिल्ली. इजरायल के हमास के खिलाफ सैन्य अभियान के बीच ईरान की नाराजगी एक नए तनाव को जन्म दे सकती है. ईरान लगातार इजरायल को चेतावनी दे रहा है कि अगर हमास पर हमले नहीं बंद हुए तो उसे हस्तक्षेप करना पड़ सकता है. ईरानी विदेश मंत्री अभी लेबनॉन भी गए थे और हिजबुल्लाह के हमले की धमकी भी दे आए. दरअसल हिजबुल्लाह एक शिया आतंकी संगठन जिसका इजरायल के साथ युद्ध हो चुका है. अब ईरान न सिर्फ हिजबुल्लाह और हमास को शह दे रहा है बल्कि खुद भी खुलकर सामने आने की धमकी दे रहा है. ऐसे में यह कयासबाजी शुरू हो गई है कि अगर ईरान भी युद्ध में उतरता है तो क्या होगा?
डिफेंस के मामले में पूरी दुनिया में अपनी पहचान रखने वाला इजरायल क्या ईरान के आने से कमजोर पड़ जाएगा? या फिर इजरायली डिफेंस में इतनी क्षमता है कि वो ईरान का भी मुकाबला कर सके. हालांकि बीते 70 सालों में इजरायल ने कई बार कई देशों की संयुक्त सेनाओं को युद्ध में परास्त किया है. आखिरी बार साल 1973 में ऐसा हुआ था जब इजरायल ने 12 देशों की सेनाओं को हरा दिया था. अब एक बार फिर ऐसा खतरा महसूस होने लगा है. आइए जानते हैं कि ईरान और इजरायल में किसके पास ज्यादा मिलिट्री पावर है.
दोनों देशों का डिफेंस बजट
साल 1948 में अपने निर्माण के बाद से ही इजरायल कई बार युद्ध झेल चुका है और ऐसे पड़ोसियों से घिरा है जो विवाद से बिल्कुल नहीं हिचकते. ऐसे में इजरायल अपनी कुल जीडीपी का अच्छा खास हिस्सा डिफेंस बजट पर खर्च करता है. इजरायल की डिफेंस फोर्सेज बेस्ट तकनीक के इस्तेमाल, खुफिया क्षमताओं और तेजी के लिए पहचान रखती हैं. अगर देश के डिफेंस बजट की बात करें तो साल 2023 में यह 24341 मिलियन यूएस डॉलर का है.
दूसरी तरफ ईरान का डिफेंस बजट 24.6 बिलियन डॉलर है जो इजरायल की तुलना में कम है. लेकिन इजरायल के पास अन्य तकह शक्तियां ज्यादा हैं. ईरान भी रक्षा बजट पर अच्छाखास खर्च करता है. ईरान अपने मिलिट्री को अपनी संप्रभुता की रक्षा के रूप में लेता है और मध्य पूर्व के क्षेत्र में सबसे ज्यादा खर्च करने वाले देशों में से एक है.
सेना की शक्ति- ईरान बनाम इजरायल
अगर इजरायल और ईरान की एक्टिव सैन्य शक्ति की बात करें तो इजरायल के पास जहां लगभग 170000 सैनिक हैं तो वहीं ईरान के पास करीब 6 लाख. रिजर्व सैनिकों की संख्या इजरायल के पास साढ़े चार लाख से ऊपर है तो ईरान के पास लगभग साढ़े तीन लाख.
दोनों सेनाओं के टैंकों की तुलना करें तो ईरान कहीं ज्यादा शक्तिशाली दिखता है. इजरायल के पास 1650 टैंक हैं तो वहीं ईरान के पास 2842 टैंक. हालांकि इजरायल के पास युद्धक वाहन 6000 से ज्यादा हैं तो ईरान 3500 की तुलना में कहीं अधिक हैं. तोप और रॉकेट के मामले में इजरायल के सामने ईरान ज्यादा ताकतवर बैठता है.
वायुसेना की शुक्ति
अगर वायुसेनाओं की शक्ति की बात करें तो जहां इजरायल के पास 618 एयरक्राफ्ट हैं तो वहीं ईरान के पास 973 एयरक्राफ्ट हैं. फाइटर जेट के मामले में भी इजरायल ईरान के आगे कमजोर बैठता है. इजरायल के पास 41 फाइटर जेट हैं तो वहीं ईरान के पास 112. हालांकि मल्टिरोल एयरक्राफ्ट इजरायल के पास ज्यादा हैं और इनकी संख्या 230 है जबकि ईरान के पास 75 है. ईरान के पास 519 हेलिकॉप्टर हैं जबकि इजरायल के पास 128 की हैं.
नौसेना की क्षमता
नेवी की क्षमता के मामले में ईरान की शक्ति इजरायल की तुलना में कहीं ज्यादा है. जहां इजरायल के पास कुल 74 जहाज हैं वहीं ईरान के पास इसकी संख्या 272 है. वहीं ईरान के पास 19 पनडुब्बियां हैं तो वहीं इजरायल के पास 6 हैं.
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