नई दिल्लीः मिर्जा गालिब का एक शेर है-'इश्क ने 'ग़ालिब' निकम्मा कर दिया, वर्ना हम भी आदमी थे काम के '. इन पंक्तियों का असर आपने असल जिंदगी में भी देखा होगा. इश्क में पड़े इंसान को आबाद होते हुए भी और बर्बाद होते हुए भी. प्यार और प्यार में तकरार की कहानियां तो वैसे भी बहुत मशहूर होती हैं.
इश्क में जंग का होना कोई नई बात नहीं है, लेकिन इश्क से जंग हो तो बात कुछ अलग लगती है. जी हां, इश्क में जंग तो बहुतों ने की होगी लेकिन इश्क से जंग की बात जब आती है तो फिर याद आता है इजरायल का वो किस्सा जिसने पूरी दुनिया को हिला कर रख दिया था.
इजरायल का सुर्खियों में होना नई बात नहीं
इजरायल वही देश जो इन दिनों फिलिस्तीन के साथ चल रही जंग के कारण चर्चा में है. उसका सुर्खियों में होना कोई नई बात नहीं है. इतिहास के पन्ने इजरायल की कई हैरतअंगेज कहानियों को कैद किए हुए हैं. आप अतीत के जितने पन्ने पलटेंगे, इजरायल आपको अलग-अलग अंदाज में नजर आता रहेगा.
इस देश का एक ऐसा ही अंदाज 1986 में देखने को मिला था, जिसने सभी को हैरान कर दिया था. ये कहानी है इस छोटे से देश की खुफिया एजेंसी मोसाद के कारनामे की. ये कहानी है इश्क की, ये कहानी है बदले की और ये कहानी ऐसी जो सबकी जुबानी भी बन गई थी. जिसमें इजरायल ने अपने दुश्मन को मारने के लिए हथियार का नहीं प्यार का सहारा लिया था. आइए जानते हैं कि क्या थी ये कहानी...
जब इजरायल को मिला धोखा...
वह साल था 1986 जब दुनिया भर के अखबारों में ये खबर आई कि इजरायल अपने परमाणु कार्यक्रम को आगे बढ़ा रहा है. दुनिया के कई देशों की तुलना में उसका परमाणु ज़खीरा कहीं बड़ा है. इजरायल के गुप्त परमाणु कार्यक्रम के बारे में दुनिया को बताने वाले शख़्स का नाम था मौर्डेख़ाई वनुनु.
वनुनु लंबे समय तक इजरायल के परमाणु प्लांट में काम करते थे, लेकिन बाद में वो ऐसे समूहों से जुड़ने लगे, जो फिलस्तीनियों के प्रति संवेदना रखती थी. इसकी भनक जब इजरायल के सुरक्षा अधिकारियों को लगी तो वनुनु को नौकरी से निकाल दिया गया.
लेकिन तब तक वनुनु ने खेल कर दिया था. उन्होंने इजरायल की इस सीक्रेट जगह की करीब 60 सीक्रेट तस्वीरें लीं और देश छोड़ दिया. इसके बाद उन्होंने लंदन के एक बड़े पत्रकार से संपर्क किया और ये सीक्रेट तस्वीरें साझा कीं.
पूरी दुनिया में मच गया तहलका
वनुनु से मिली जानकारी के आधार पर जब मीडिया में खबरें छपीं तो दुनिया में जैसे भूचाल आ गया. बताते हैं कि उस वक्त तक अमरीकी खुफिया एजेंसी CIA का अनुमान था कि इजरायल के पास बस 10-15 परमाणु हथियार हैं. लेकिन वनुनु के अनुसार, इजरायल के पास लगभग 150-200 परमाणु हथियार थे.
इस खबर ने जहां एक ओर पूरी दुनिया में सनसनी फैलाई तो वहीं इजरायल की बेचैनी बढ़ गई. उसे अब वनुनु की तलाश थी. इजरायल को वनुनु चाहिए था. इसके लिए उसने अपनी खुफिया एजेंसी मोसाद का इस्तेमाल किया. मोसाद ने अपनी खूबसूरत महिला एजेंट को इस काम की जिम्मेदारी सौंपी.
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इश्क तो इश्क है, इसकी लीला अपरंपार
मोसाद की यह खूबसूरत एजेंट अपने काम में लग गई. एक दिन लंदन में वनुनु ने सड़क पर एक सुंदर लड़की को देखा, जो खोई-खोई दिख रही थी. लेकिन इस खोई सी लड़की को देखकर शातिर वनुनु भी कहीं खो गए. वनुनु ने इस लड़की को कॉफी पीने का ऑफर कर डाला. जिसे शरमाते हुए इस खूबसूरत सी लड़की ने मान भी लिया. बातचीत शुरू हुई तो इस लड़की ने बताया कि उसका नाम 'सिंडी' है और वह एक अमरीकी ब्यूटिशियन है.
धीरे-धीरे ही सही पर घुलता गया इश्क का 'जहर'
इस पहली मुलाकात का असर ये हुआ कि वनुनु के अंदर अब जहर का असर होने लगा था. ये जहर इश्क का था जो धीरे-धीरे ही चढ़ रहा था लेकिन वनुनु से उनका सबकुछ छीन रहा था. वनुनु को सिंडी ने अपने बारे में कुछ नहीं बताया था लेकिन वनुनु इस लड़की को बता चुके थे कि वह किस होटल के किस कमरे में रुके हैं.
उन्होंने ये भी बताया कि वह इस होटल में फर्जी नाम के सहारे रुके हुए हैं.
दोनों की मुलाकातें अब बढ़ने लगी थीं. सिंडी की कोशिश वनुनु को ब्रिटेन से बाहर ले जाने की थी. क्योंकि इजरायल ब्रिटेन में कोई मुश्किल नहीं खड़ा करना चाहता था.
आ ही गया समय
आखिरकार एक दिन वनुनु 'सिंडी' के साथ रोम पहुंच गए. फिर क्या था वही हुआ जो होना था. वनुनु ब्रिटेन से गायब हुए तो उसके तीन हफ्ते बाद अखबारों में खबर छपी कि वनुनु इजरायल में हैं और वहां उन्हें 15 दिन की कस्टडी में लिया गया है. उस सिंडी नामक महिला ने उन्हें एक यॉट में बैठकर इटली में समंदर में जाने के लिए राजी किया था. लेकिन उस यॉट पर सवार होने के बाद वनुनु सीधे इजरायल पहुंच गए थे.
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प्यार में धोखा वनुनु भी नहीं सह पाए
'मेरी वाली ऐसी नहीं हो सकती' हर लड़के की तरह वनुनु भी यही सोचते थे. मीडिया रिपोर्ट्स की मानें तो वनुनु ये मानने के लिए तैयार ही नहीं थे कि उनकी दोस्त 'सिंडी' मोसाद एजेंट थीं. कई अखबारों ने सिंडी को लेकर कई तरह की स्टोरी भी छापी लेकिन वनुनु पर सिंडी ने इश्क की ऐसी छाप छोड़ी थी कि वह यकीन करने को राजी नहीं थे.
लेकिन बाद में उन्होंने माना की सिंडी मोसाद की एजेंट थी और उन्हें फंसाया गया. इजरायल ने वनुनु को 18 साल के कैद की सजा सुनाई थी. इजरायल की खुफिया एजेंसी मोसाद के इस कारनामे ने पूरी दुनिया को हैरत में डाल दिया था.
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