बड़ा खुलासा: 'ऑपरेशन सुलेमानी' के पीछे इजरायल!

अमेरिका और ईरान के बीच युद्ध भले ही टल गया हो लेकिन तनाव अब भी जारी है. इसी तनाव के बीच अब एक और देश की इस जंग में एंट्री हो गई है. जिसका नाम इजरायल है. सुलेमानी की मौत को लेकर अब नया खुलासा ये है कि ट्रंप ने सुलेमानी की मौत की पूरी प्लानिंग इजरायल के साथ की थी. जिसके बाद ही सुलेमानी की हत्या की गई.

Written by - Zee Hindustan Web Team | Last Updated : Jan 14, 2020, 12:02 PM IST
    1. कुद्स सेना प्रमुख कासिम सुलेमानी की हत्या में नया खुलासा
    2. इजरायल ने ऑपरेशन सुलेमानी में की थी अमेरिका की मदद
    3. खुफिया मिशन और सुरक्षा तंत्र की मजबूती के लिए मशहूर है इजरायल
    4. नेतन्याहू की अमेरिकी विदेश मंत्री माइक पॉम्पियो से हुई थी बात
बड़ा खुलासा: 'ऑपरेशन सुलेमानी' के पीछे इजरायल!

नई दिल्ली: 3 जनवरी 2020 को बगदाद इंटरनेशनल एयरपोर्ट पर ईरान के कुद्स सेना प्रमुख कासिम सुलेमानी को अमेरिका ने एक बेहद सटीक ऑपरेशन के बाद मार गिराया. यही वो अमेरिका का कदम था जिसके बाद ईरान और अमेरिका में रिश्ते और बिगड़ गए और युद्ध की आहट तक दुनिया को महसूस होने लगी.

अमेरिका Vs ईरान में इजराइल की एंट्री!

अमेरिका ने सुलेमानी को इराक में उतरते ही एयरपोर्ट पर ही हमला कर मार डाला. लेकिन अब अमेरिका के इस ऑपरेशन में उसके साथ एक और देश शामिल था. और वो देश इजरायल है. दुनिया भर में अपने खुफिया मिशन और सुरक्षा तंत्र की मजबूती के लिए मशहूर इजरायल ने सुलेमानी को मारने में अमेरिका की मदद की थी.

अमेरिका से नेतन्याहू ने की थी बात

इजरायल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू अकेले ऐसे विदेशी नेता थे, जिनको अमेरिका की सुलेमानी को मारने के लिए करने वाली पूरी कार्रवाई के बारे में पहले से जानकारी दी. नेतन्याहू की अमेरिकी विदेश मंत्री माइक पॉम्पियो से इस संबंध में बातचीत हुई थी.

अमेरिकी खुफिया एजेंसी CIA को दी थी जानकार

रिपोर्ट्स के मुताबिक सीरिया के दमिश्क में मौजूद मुखबिरों ने अमेरिकी खुफिया एजेंसी सीआईए को ये जानकारी दी थी कि सुलेमानी किस विमान से बगदाद हवाई अड्डे पहुंच रहे हैं.

सुलेमानी को लेकर जासूसों से मिली जानकारी को इजरायली खुफिया एजेंसी मोसाद ने अपने स्तर पर जांच कर अमेरिका को पुष्टि की थी. बगदाद हवाई अड्डे के दो सुरक्षा अधिकारियों और चाम एयरलाइंस के दो कर्मचारियों ने भी कासिम सुलेमानी के बारे में अमेरिका को जानकारी दी थी. चाम एयरलाइंस के विमान से ही कासिम सुलेमानी बगदाद पहुंचे थे.

ड्रोन MQ 9 रिपर ने किया था अटैक

अमेरिका ने सुलेमानी को बेहद ही सटीक ऑपरेशन में मार गिराया था. मौत से कुछ मिनट ही पहले ही सुलेमानी बगदाद एयरपोर्ट पर अपने विमान से उतरे थे. विमान से उतरने के बाद सुलेमानी अपने साथियों के साथ कार में बैठकर एयरपोर्ट से बाहर निकले. एयरपोर्ट के गेट पर ही अमेरिकी सेना के ड्रोन MQ 9 रिपर ने कासिम सुलेमानी के काफिले पर एक एक कर के 4 मिसाइल अटैक किए. इस अटैक के बाद सुलेमानी का काफिल खाक हो गया था.

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यानी अमेरिका और ईरान के बीच की ये लड़ाई में अब तीसरी एंट्री हो चुकी है. अब देखना ये होगा कि इजराइल की इस एंट्री के बाद खाड़ी की ये लड़ाई कौन सा नया मोड़ लेती है.

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