Karachi Blast: चीन की पाक को चेतावनी, चीनियों का खून व्यर्थ नहीं बहाया जा सकता, चुकानी होगी कीमत

पाकिस्तान के कराची में हुए बम धमाके में चीनी नागरिकों को भी जान गंवानी पड़ी. अब इस पर चीन आगबबूला हो गया है. चीन ने पाकिस्तान को चेतावनी दी है कि चीन के लोगों का खून व्यर्थ नहीं बहाया जा सकता है. 

Written by - Zee Hindustan Web Team | Last Updated : Apr 27, 2022, 07:39 PM IST
  • कराची में मंगलवार को हुआ था आत्मघाती हमला
  • हमले में 3 चीनी नागरिकों को गंवानी पड़ी थी जान
Karachi Blast: चीन की पाक को चेतावनी, चीनियों का खून व्यर्थ नहीं बहाया जा सकता, चुकानी होगी कीमत

नई दिल्लीः पाकिस्तान के कराची में हुए बम धमाके में चीनी नागरिकों को भी जान गंवानी पड़ी. अब इस पर चीन आगबबूला हो गया है. चीन ने पाकिस्तान को चेतावनी दी है कि चीन के लोगों का खून व्यर्थ नहीं बहाया जा सकता है. 

चीन ने कहा कि इस घटना के लिए जिम्मेदार लोगों को इसकी कीमत चुकानी होगी.

मंगलवार दोपहर कराची विश्वविद्यालय के कन्फ्यूशियस संस्थान के बाहर एक लक्षित आत्मघाती बम (टागरेटिड सुसाइड बॉम्बिंग) विस्फोट में तीन चीनी नागरिकों और एक स्थानीय व्यक्ति की मौत हो गई थी.

चीन ने की आतंकी हमले की निंदा
ग्लोबल टाइम्स की रिपोर्ट के अनुसार, चीनी विदेश मंत्रालय ने एक बयान में कहा कि वह इस बड़े आतंकवादी हमले की कड़ी निंदा करता है और बहुत आक्रोश व्यक्त करता है, पीड़ितों के प्रति गहरी संवेदना व्यक्त करता है और घायलों और शोक संतप्त परिवारों के प्रति संवेदना व्यक्त करता है.

इसने कहा कि पाकिस्तान में विदेश मंत्रालय और चीनी राजनयिक मिशन संबंधित पाकिस्तानी विभागों से इसके परिणाम से निपटने, घायलों का इलाज करने और इसमें शामिल आतंकवादी संगठनों पर सख्ती से कार्रवाई करने का आग्रह करते रहेंगे.

चाइना इंस्टीट्यूट ऑफ कंटेम्पररी इंटरनेशनल रिलेशंस के राष्ट्रीय सुरक्षा विशेषज्ञ ली वेई ने मंगलवार को ग्लोबल टाइम्स से कहा कि निगरानी फुटेज को देखने से पता चलता है कि ये एक आत्मघाती हमला है. 

'मौजूदा राजनीतिक परिवर्तन के चलते हमला नहीं'
विशेषज्ञों का मानना है कि चीनी नागरिकों पर आतंकवादी हमले के पाकिस्तान में हाल के राजनीतिक परिवर्तनों से जुड़े होने की संभावना नहीं है. चीनी विशेषज्ञों का कहना है कि इस आतंकवादी हमले का मूल कारण यह है कि पाकिस्तान में आतंकवाद और धार्मिक उग्रवाद का विकास नहीं रुका है और जिस माहौल में आतंकवाद पनपता रहा है वह हमेशा से मौजूद रहा है.

'चीनी लोगों और कंपनियों पर हमले बढ़े'
लान्झू विश्वविद्यालय में सेंटर फॉर अफगानिस्तान स्टडीज के निदेशक झू योंगबियाओ ने मंगलवार को ग्लोबल टाइम्स को बताया कि पिछले साल अफगानिस्तान से अमेरिका की वापसी ने दक्षिण एशिया में सुरक्षा स्थिति को बहुत प्रभावित किया है. पिछले साल से पाकिस्तान में हमले बढ़े हैं और चीनी लोगों और कंपनियों को निशाना बनाने वाले हमले भी बढ़े हैं. 

झू ने कहा कि पाकिस्तान में आतंकवादी ताकतों को प्रोत्साहित और एकजुट किया गया है, जिससे देश में सुरक्षा की स्थिति और खराब हो गई है.

पाकिस्तान में चीनी दूतावास ने मंगलवार को चीनी नागरिकों, कंपनियों और परियोजनाओं को पाकिस्तान में सुरक्षा स्थिति पर पूरा ध्यान देने, सुरक्षा उपायों में सुधार करने और जब तक आवश्यक न हो बाहर नहीं जाने की को लेकर हिदायत दी.

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