चीन के 33 शहरों में लॉकडाउन, 6.5 करोड़ लोगों पर लगाई गई पाबंदी

चीन ने अपने साढ़े छह करोड़ नागरिकों को सख्त कोविड-19 प्रतिबंधों के तहत लॉकडाउन में रखा है और देश में आगामी राष्ट्रीय अवकाशों के दौरान घरेलू यात्रा को हतोत्साहित किया जा रहा है. 

Written by - Zee Hindustan Web Team | Last Updated : Sep 5, 2022, 09:39 PM IST
  • 103 शहरों में देखा गया है संक्रमण
  • चीन में 1,552 नए मरीज आए सामने
चीन के 33 शहरों में लॉकडाउन, 6.5 करोड़ लोगों पर लगाई गई पाबंदी

नई दिल्लीः चीन ने अपने साढ़े छह करोड़ नागरिकों को सख्त कोविड-19 प्रतिबंधों के तहत लॉकडाउन में रखा है और देश में आगामी राष्ट्रीय अवकाशों के दौरान घरेलू यात्रा को हतोत्साहित किया जा रहा है. 

103 शहरों में देखा गया है संक्रमण
चीनी कारोबारी पत्रिका ‘काइशिन’ की ओर से रविवार देर रात प्रकाशित आंकड़ों के मुताबिक देश की सात प्रांतीय राजधानियों समेत 33 शहर पूर्ण या आंशिक लॉकडाउन के दायरे में हैं, जिससे यहां रहने वाले साढ़े छह करोड़ लोग प्रभावित हैं. पत्रिका ने कहा कि 103 शहरों में संक्रमण देखा गया है और यह 2020 में महामारी के शुरुआती दिनों के बाद से सर्वाधिक संख्या है. 

संक्रमण के अपेक्षाकृत कम मामलों के बावजूद अधिकारी 'शून्य कोविड' की नीति का पालन कर रहे हैं, जिसमें लॉकडाउन, पृथकवास और किसी संक्रमित व्यक्ति के निकट संपर्क में आने पर संदिग्धों को घरों में रखने की बात कही गई है. 

चीन में 1,552 नए मरीज आए सामने
राष्ट्रीय स्वास्थ्य कमीशन की रिपोर्ट के मुताबिक 1.4 अरब की आबादी वाले चीन में सोमवार को कोरोना वायरस संक्रमण के 1,552 नए मरीज सामने आए. दक्षिण पश्चिमी चेंगदू शहर की लगभग 2.1 करोड़ आबादी में अधिकर लोग अपने फ्लैट या रिहाइशी परिसरों में सिमटे हैं, जबकि पूर्वी बंदरगाह शहर तियानजिन में कोविड-19 के 14 मामले सामने आने के बाद अब ऑनलाइन कक्षाएं आयोजित की जा रही हैं. 

10-12 सितंबर तक है मिड-ऑटम उत्सव
चेंगदू के क्विंगलाई और शिनजिन जिलों में करीब 10 लाख लोगों को लॉकडाउन के दायरे से बाहर किया गया है. बुधवार को तीन और दौर का व्यापक परीक्षण किया जाएगा. सभी स्कूल बंद हैं और कक्षाओं का संचालन ऑनलाइन हो रहा है. चीन में 10-12 सितंबर तक मिड-ऑटम उत्सव है और यह चंद्र नव वर्ष (लूनर न्यू ईयर) के बाद देश का दूसरा सबसे महत्वपूर्ण पर्व है. 

वायरस निरोधक उपायों का सामान्य रूप से अर्थव्यवस्था, यात्रा और समाज पर व्यापक असर पड़ा है, लेकिन चीन की सत्तारूढ़ कम्युनिस्ट पार्टी का कहना है कि ये (प्रतिबंध) वायरस के व्यापक प्रसार को रोकने के लिए आवश्यक हैं. कोरोना वायरस पहली बार वर्ष 2019 के अंत में मध्य चीनी शहर वुहान में पाया गया था. 

संक्रमित मिले व्यक्ति के निकट होने के कारण लॉकडाउन की जद में आने या किसी पृथकवास केंद्र में भेजे जाने के डर से लोगों के काम, सामाजिक मेल-जोल और यात्रा की आदतों पर गंभीर असर पड़ा है. महामारी के प्रसार के बाद से चीन ने करोड़ों लोगों को बेहद सख्ती से लागू लॉकडाउन के दायरे में रखा है.

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