नई दिल्ली. अब तक यह बात चीन के अंदर का ही खुला सच थी जो चीनी सरहदों से बाहर नहीं आ सकी थी, लेकिन आज दुनिया जान गई है कि दुनिया का सबसे बड़ा मुस्लिम उत्पीड़न चीन में चल रहा है लेकिन चीन के सामने मुँह खोल कर ये बात कहने की हिम्मत किसी में नहीं है.
अब उइगर मुसलमानों पर सऊदी अरब ने हाथ खड़े किये
सऊदी अरब के क्राउन प्रिंस सलमान ने समझदारी का परिचय दिया है. उन्होंने कट्टर इस्लामी होने की बजाये अंतर्राष्ट्रीय संबंधों को बना कर चलने को बेहतर माना है. चीन में प्रताड़ित हो रहे उइगर मुस्लिमों के नेताओं ने प्रिंस सलमान को पत्र लिख कर उन्हें इस प्रताड़ना से बचाने की गुहार लगाईं थी लेकिन प्रिंस सलमान ने साफ़ कर दिया है कि यह चीन का अंदरूनी मामला है और इसमें वे कुछ नहीं कर सकते.
पहले उइगर मुसलमानों को पाकिस्तान ने दिया था झटका
इससे पहले उइगर मुसलामानों की उम्मीद को झटका दिया था दुनिया के उस देश ने जो अपने-आपको दुनिया के मुसलमानो का सबसे बड़ा खैरख्वाह मानता है. यह देश है पाकिस्तान, जिसने अपने बड़े भाई चीन के घर में पांच लाख से ज्यादा उइगर मुस्लिमों पर हो रहे अत्याचार पर चुप्पी साध ली हौ. जब पाकिस्तानी प्रधानमंत्री से इस बारे में पूछा गया तो उनका जवाब था कि मुझे इस बारे में कोई जानकारी नहीं.
जिनपिंग के सामने झुके सलमान
चीन और सऊदी अरब के नेताओं की मुलाक़ात के बाद प्रिंस सलमान का यह वक्तव्य सामने आया. चीनी राष्ट्रपति शी जिनपिंग ने सऊदी प्रिंस सलमान से मुलाक़ात की तो सलमान जिनपिंग के मुरीद हो गए. विश्व की आर्थिक महाशक्ति चीन से मिल कर चलना सलमान को समझदारी दिखा और उन्होंने बयान दिया कि उइगर मुसतलामों का मुद्दा चीन का आंतरिक मामला है और अपनी समस्या से अपने हिसाब से निपटने का चीन को पूरा अधिकार है.