वाशिंगटन: ताइवान पहुंची अमेरिका की हाउस स्पीकर नैंसी पेलोसी ने अपनी इस ऐतिहासिक यात्रा के मकसद पर खुलकर बात की हैं. वाशिंगटन पोस्ट में प्रकाशित एक ओपिनियन पीस से यह बात सामने आई है.चीन की सेना के साथ बढ़ते तनाव के बीच ताइवान पहुंचने के बाद अमेरिका की हाउस स्पीकर नैंसी पेलोसी ने स्व-शासित द्वीप की अपनी विवादास्पद यात्रा का बचाव करते हुए कहा कि वह स्पष्ट कर रही हैं कि अमेरिकी नेता निरंकुश ताकतों के आगे कभी हार नहीं मानेंगे.
पेलोसी के लेख में कहा गया है, हम (चीन) ताइवान और लोकतंत्र को खतरे में डालने के लिए आगे नहीं बढ़ सकते. वास्तव में, हम यह यात्रा ऐसे समय में कर रहे हैं जब दुनिया निरंकुशता और लोकतंत्र के बीच एक विकल्प का सामना कर रही है.
हम यहां आपकी बात सुनने आए हैं-नैंसी पेलोसी
नैन्सी पेलोसी ने कहा है कि हम यहां आपकी बात सुनने और आपसे सीखने के लिए हैं कि हम एक साथ कैसे आगे बढ़ सकते हैं. हम आपको कोविड के मुद्दे को सफलतापूर्वक संबोधित करने के लिए बधाई देते हैं जो स्वास्थ्य, अर्थव्यवस्था, सुरक्षा और शासन का मुद्दा भी है. हमें इस बारे में बातचीत की प्रतीक्षा है कि कैसे हम मिलकर इस ग्रह को जलवायु संकट से बचाने के लिए काम कर सकते हैं. हम आपके नेतृत्व के लिए धन्यवाद करते हैं और चाहते हैं कि दुनिया इसे पहचाने. हमारी यात्रा मानवाधिकारों, अनुचित व्यापार प्रथाओं, सुरक्षा मुद्दों को लेकर है.
चीन की स्थिति के खिलाफ सख्त बयान
पेलोसी की यात्रा अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन के लिए एक गंभीर राजनयिक सिरदर्द पैदा कर रही है, विवादास्पद यात्रा के पीछे की मंशा के बारे में बहुत सी अटकलें लगाई गई हैं. वहीं गार्जियन में छपे अपने ऑप-एड में पेलोसी ने चीन की स्थिति के खिलाफ एक सख्त बयान दिया और चीन के उन आरोपों को सिरे से खारिज कर दिया कि यह यात्रा उकसावे के लिए की जा रही है. उन्होंने कहा कि उनकी यात्रा को राजनीतिक स्वतंत्रता पर व्यापक वैश्विक संघर्ष के संदर्भ में देखा जाना चाहिए.
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