नई दिल्लीः पाकिस्तान की पीटीआई के एक पूर्व सदस्य और सेवानिवृत्त न्यायमूर्ति वजीहुद्दीन अहमद ने हाल ही में दावा किया कि प्रधानमंत्री इमरान खान के मासिक घरेलू खर्च का वहन पीटीआई के अब असंतुष्ट माने जाने वाले नेता जहांगीर तरीन ने वहन किया था. द न्यूज की रिपोर्ट में इसकी जानकारी दी गई.
पहले देते थे हर महीने 30 लाख
जियो न्यूज की रिपोर्ट के अनुसार, वजीहुद्दीन ने 2016 में पीटीआई से इस्तीफा दे दिया था. उन्होंने खुलासा किया कि तरीन ने शुरूआत में प्रधानमंत्री इमरान खान के घरेलू खचरें के लिए प्रति माह 30 लाख रुपये की धनराशि दी थी, जिसे बाद में बढ़ाकर 5 मिलियन (50 लाख) रुपये प्रति माह कर दिया गया.
ईमानदार नहीं हैं इमरान खान
एक निजी समाचार चैनल पर एक शो के दौरान बोलते हुए, उन्होंने कहा कि इमरान खान के एक ईमानदार व्यक्ति होने की धारणा 'पूरी तरह से गलत' है. वजीहुद्दीन ने सवाल किया "जो आदमी अपने जूतों के फीते के पैसे भी नहीं चुकाता, आप उस आदमी को ईमानदार कैसे कह सकते हो?"
लगाए ये बड़े आरोप
जीएनएनएचडी ने बताया कि उन्होंने दावा किया, "शुरूआत में जहांगीर तारीन समूह उनके घर को चलाने के लिए 30 लाख रुपये मासिक भुगतान करता था. उन्होंने दावा किया कि यह राशि बाद में बढ़ाकर 50 लाख रुपये कर दी गई क्योंकि यह निर्धारित किया गया था कि पीटीआई प्रमुख के भव्य बनिगाला आवास के लिए 30 लाख रुपये पर्याप्त नहीं थे."
उन्होंने आगे कहा कि पार्टी के भीतर कुछ लोग इमरान की कार के ईंधन टैंक को रखने और 'हर समय अपनी जेब भरने' जैसी चीजों के बिलों को पूरा करने के लिए एक-दूसरे से आगे निकलने की कोशिश करेंगे.
अहमद ने कहा, "यह धारणा पूरी तरह से गलत है कि इमरान खान (आर्थिक रूप से) ईमानदार व्यक्ति हैं." डॉन की रिपोर्ट के मुताबिक, 'उनकी हालत ऐसी है कि वह सालों से अपना घर खुद नहीं चला रहे हैं.'
अहमद, जिन्होंने शीर्ष अदालत में पदोन्नत होने से पहले सिंध उच्च न्यायालय के मुख्य न्यायाधीश के रूप में भी कार्य किया था, उन्होंने सितंबर 2016 में औपचारिक रूप से पीटीआई से इस्तीफा दे दिया था.
उन्होंने आरोप लगाया कि पार्टी को बिना किसी संस्थागत नियंत्रण के माफिया की तरह चलाया जा रहा है.
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