सेना है तैयार, अबकी बार PoK पार!

POK में लोगों पर हो रहे अत्याचार के खिलाफ अब पाकिस्तान सरकार के खिलाफ बड़ा विरोध हो रहा है. इमरान के खिलाफ POK में बगावत हो चुकी है. POK के लोग चाहते हैं कि उन्हें पाकिस्तान से आजादी मिले. इसलिए वो देश के प्रधानमंत्री से उम्मीद कर रहे हैं. अब वो POK में बड़ी कार्रवाई करके इसे भारत का हिस्सा बनाएं.

Written by - Zee Hindustan Web Team | Last Updated : Jan 12, 2020, 09:58 PM IST
    1. पाकिस्तानी सेना के खिलाफ खैबर पख्तूनख्वा में प्रदर्शन
    2. सेना के दमन के खिलाफ सड़क पर उतरे लोग
    3. विरोध प्रदर्शन से बाजवा और इमरान की नींद उड़ी
    4. प्रदर्शनकारियों के खौफ से इमरान ने इंटरनेट पर रोक लगाई
सेना है तैयार, अबकी बार PoK पार!

नई दिल्ली: कश्मीर से आर्टिकल 370 हटाने के बाद हिंदुस्तान का अगला मकसद PoK को पाकिस्तान के अवैध कब्जे से मुक्ति दिलाना है. और इसी दिशा में सरकार पहला कदम उठा चुकी है. जम्मू-कश्मीर के नये नक्शे में PoK को भारत में दिखाया गया है.

PoK में पाकिस्तान के खिलाफ बगावत

PoK के मीरपुर-मुजफ्फराबाद को भारत में दिखाया गया है. बाल्टिस्तान को भी भारत के नए नक्शे में शामिल किया है. एक तरफ कश्मीर में शांति है. वहीं दूसरी तरफ PoK में पाकिस्तान सरकार और इमरान का विरोध हो रहा है. PoK में पाकिस्तान की सेना का अत्याचार और इमरान का अल्पसंख्यकों के खिलाफ जुल्म पूरी दुनिया देख रही है. इसीलिए सरकार PoK पर आर-पार का फैसला कर चुकी है.

पाकिस्तानी सेना के खिलाफ खैबर पख्तूनख्वा में प्रदर्शन

पाकिस्तानी सेना के क्रूर अत्याचारों के खिलाफ खैबर पख्तूनख्वा में विरोध-प्रदर्शन हो रहा है. पाकिस्तान सेना के खिलाफ सड़कों पर उतरकर लोग विरोध प्रदर्शन कर रहे हैं. मार्च निकाल रहे हैं, जिसमें पाकिस्तान की सेना के खिलाफ नारेबाजी कर रहे हैं.

विरोध प्रदर्शन से बाजवा और इमरान की नींद उड़ी

पाकिस्तानी सेना इन लोगों पर कहर बरपा रही है. क्योंकि खैबर पख्तूनख्वा के लोग अब बिना डरे सहमें पाकिस्तानी सेना के खिलाफ विरोध प्रदर्शन में हिस्सा ले रहे हैं. जिसे देखकर पाकिस्तान के आर्मी चीफ कमर जावेद बाजवा और प्रधानमंत्री इमरान खान की नींद उड़ गयी है. इस तरह की खबरें हैं कि इस इलाके में इंटरनेट पर भी रोक लगा दी गई है. विरोध-प्रदर्शन से ध्यान हटाने के लिए खेल प्रतियोगिताएं आयोजित की जा रही है. 

इमरान भले ही बार-बार PoK का दौरा कर स्थिति नियंत्रण में होने का दिखावा करते हों. लेकिन हकीकत ये है कि PoK के लोगों ने इमरान खान के खिलाफ बगावत कर दी है. यहां के लोगों को अब सिर्फ और सिर्फ भारत के प्रधानमंत्री से उम्मीद है.

पाकिस्तान के कब्जे से PoK की आज़ादी ज़रूरी क्यों?

दरअसल, PoK में पाकिस्तान का अवैध कब्जा है. POK में पाकिस्तान की कठपुतली सरकार है. जबकि नियंत्रण आतंकियों का है. POK में कई आतंकी गुट अड्डा जमाए बैठे हैं. वहां की जनता लगातार आजादी की मांग कर रही है.

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PoK में लोगों पर हो रहे अत्याचार अब आंदोलन की आग बन चुके हैं. PoK में हर दिन आजादी के नारे लगते हैं. मुजफ्फराबाद में हजारों लोग इमरान सरकार के खिलाफ हर दिन नारेबाजी करते हैं. पाकिस्तान के अलग-अलग हिस्सों से अब आज़ादी की मांग उठने लगी है. PoK के लोग पाकिस्तान की बेड़ियों से आजाद होकर भारत के साथ तरक्की का सफर तय करना चाहते है. पाकिस्तान को भी इस बात का अहसास है कि अब चुनौती PoK बचाने की है. क्योंकि दुनिया ने भी पाकिस्तान की सुननी बंद कर दी है.

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