रूस के डिप्टी PM ने की मोदी की अगवानी, क्या इसमें चीन के लिए कोई संदेश छुपा?

 प्रधानमंत्री मोदी की राजकीय यात्रा के सम्मान में मॉस्को के ओस्टैंकिनो टावर को भारत के तिरंगे के रंग से रोशन किया गया. भारतीय प्रधानमंत्री का रेड-कार्पेट वेलकम का यह भाव, इस बात का स्पष्ट संदेश देता है कि रूस भारत के साथ अपने संबंधों को कितना महत्व देता है.

Written by - Zee Hindustan Web Team | Last Updated : Jul 8, 2024, 11:16 PM IST
  • रूस में पीएम मोदी का भव्य स्वागत.
  • स्वागत से खास संदेश देने की कोशिश!
रूस के डिप्टी PM ने की मोदी की अगवानी, क्या इसमें चीन के लिए कोई संदेश छुपा?

नई दिल्ली. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी रूस के दो दिवसीय दौरे पर सोमवार को मॉस्को पहुंचे. मॉस्को पहुंचने पर वनुकोवो अंतरराष्ट्रीय एयरपोर्ट पर उनका भव्य स्वागत हुआ और उन्हें गार्ड ऑफ ऑनर दिया गया. पीएम मोदी का स्वागत रूस के पहले उप प्रधानमंत्री डेनिस मंटुरोव ने किया। वह भारतीय पीएम के साथ हवाई अड्डे से होटल तक एक ही कार में गए. पीएम मोदी को मिले 'गार्ड ऑफ ऑनर' और उनके भव्य स्वागत ने दुनिया का ध्यान खींचा है. वहां हुआ भव्य स्वागत।

भव्य स्वागत में छुपा संदेश?
दरअसल चीन के राष्ट्रपति शी जिनपिंग की हाल की रूस यात्रा पर रूसी उप प्रधानमंत्री ने उनका स्वागत किया था, जो पहले उप प्रधानमंत्री के साथ वरिष्ठता के क्रम में दूसरे स्थान पर हैं. यानी ये पहला मौका था जब रूसी राष्ट्रपति पुतिन ने किसी विदेशी शासनाध्यक्ष के लिए देश के हवाई अड्डे पर उनकी अगवानी के लिए देश के प्रथम उप प्रधानमंत्री को भेजा हो. राष्ट्रपति पुतिन के ठीक नीचे रूस के सर्वोच्च पदस्थ लीडर द्वारा भारतीय प्रधानमंत्री का रेड-कार्पेट वेलकम का यह भाव, इस बात का स्पष्ट संदेश देता है कि रूस भारत के साथ अपने संबंधों को कितना महत्व देता है.

पीएम की दो दिवसीय यात्रा
बता दें कि पीएम मोदी की दो दिवसीय रूस यात्रा के कार्यक्रम में रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन के साथ रात्रिभोज, भारतीय प्रवासियों के साथ बातचीत और 22वां भारत-रूस वार्षिक शिखर सम्मेलन शामिल है, जहां दोनों देशों के नेता वैश्विक हित के कई मुद्दों पर चर्चा करेंगे. भारत और रूस के संबंधों ने अतीत में कई तूफानों का सामना किया है, उसके बाद भी दोनों देशों के बीच दोस्ती पहले से कहीं अधिक बेहतर और मजबूत हुई है.

रूस के साथ भारत के प्रगाढ़ संबंध
रूस दशकों से भारत का सबसे बड़ा हथियार आपूर्तिकर्ता रहा है. यूक्रेन के साथ अपने सैन्य संघर्ष के बाद, भारत रियायती रूसी तेल के सबसे बड़े खरीदारों में से एक बना रहा, जिससे उसकी कमाई और राजस्व में वृद्धि हुई. भारतीय प्रधानमंत्री का इतना भव्य स्वागत इस बात को दोहराता है कि वह तेजी से बदल रहे वैश्विक परिदृश्य में भारत के साथ अपने संबंधों में कितना महत्व देता है और उसमें विश्वास रखता है. यह भी ध्यान रखने वाली बात है कि भारत ने हाल ही में पश्चिमी शक्तियों के साथ अपने रक्षा संबंधों में विविधता लाई है.

तिरंगे के रंग में रंगा मॉस्को का ओस्टैंकिनो टावर
इसी बीच प्रधानमंत्री मोदी की राजकीय यात्रा के सम्मान में मॉस्को के ओस्टैंकिनो टावर को भारत के तिरंगे के रंग से रोशन किया गया. इसके वीडियो में देखा जा सकता है कि ओस्टैंकिनो टावर भारत के तिरंगे के रंग में जगमग किया गया है. पीएम मोदी के रूस दौरे के बीच यह वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है. ओस्टैंकिनो टावर मॉस्को, रूस में एक स्वतंत्र टेलीविजन और रेडियो टावर है.

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