सूर्य पर आया 'सौर बवंडर', अंतरिक्ष में 1.2 लाख किलोमीटर ऊंची लहरें उठीं

सूर्य की सतह पर उठा ये बवंडर एक लाख किलोमीटर से ज्यादा ऊंचा है. सूर्य बवंडर पृथ्वी के बवंडर से 14 गुना विशाल है. सौर बवंडर सर्पिल के आकार की चुंबकीय संरचनाओं के कारण उत्पन्न होते हैं जो सूर्य से उठते हैं. चक्रवात सूर्य के उत्तरी ध्रुव पर तीन दिनों से घूम रहा है, जिससे चुंबकीय गैस का एक विशाल बादल अंतरिक्ष में फैल गया है.

Written by - Vineet Sharan | Last Updated : Mar 21, 2023, 12:17 PM IST
  • कॉस्मिक शो को एस्ट्रोफोटोग्राफ़र अपोलो लास्की ने देखा
  • सोलर डायनेमिक्स ऑब्जर्वेटरी से वीडियो बनाया गया
सूर्य पर आया 'सौर बवंडर', अंतरिक्ष में 1.2 लाख किलोमीटर ऊंची लहरें उठीं

लंदन: सूर्य की सतह पर एक सौर बवंडर घूमता देखा गया है. एक एस्ट्रोफोटोग्राफर ने इसे नासा के सन प्रोब के फुटेज में देखा है. अमेरिकी स्पेस एजेंसी नासा रिपोर्ट के मुताबिक सूर्य की सतह पर उठा ये बवंडर एक लाख किलोमीटर से ज्यादा ऊंचा है. यानी सूर्य से लावा इतनी ऊंचाई तक जा रही है. सूर्य की सतह पर आया यह बवंडर पृथ्वी के बवंडर से 14 गुना विशाल है. 

रिपोर्ट के मुताबिक प्लाज्मा और गर्मी से बना ट्विस्टर, 74,500 मील (119896.13 किलोमीटर) से अधिक ऊँचा मापा गया और 310,000 मील (498896.64 किलोमीटर) प्रति घंटे तक चला गया.

अंतरिक्ष में फैला चुंबकीय गैस का बादल
कॉस्मिक शो को एस्ट्रोफोटोग्राफ़र अपोलो लास्की ने देखा. उन्होंने अद्भुत वीडियो बनाने के लिए नासा के सोलर डायनेमिक्स ऑब्जर्वेटरी से छवियों का उपयोग किया. इलिनोइस के लास्की ने कहा कि चक्रवात सूर्य के उत्तरी ध्रुव पर तीन दिनों से घूम रहा है, जिससे चुंबकीय गैस का एक विशाल बादल अंतरिक्ष में फैल गया है.

क्या होते हैं सौर बवंडर
सौर बवंडर सर्पिल के आकार की चुंबकीय संरचनाओं के कारण उत्पन्न होते हैं जो सूर्य से उठते हैं. जब प्लाज़्मा का एक स्तंभ, जिसे prominence के रूप में जाना जाता है, इस संरचना के अंदर गोली की तरह फोर्स मारता है, तो यह अपने पेचदार चुंबकीय क्षेत्र के साथ निर्देशित होता है, जिससे प्लाज़्मा घूमता है और एक ट्विस्टर बनता है.

लास्की ने साझा किया, 'मैंने सूरज को देखने के अपने सभी वर्षों में कभी भी ऐसा कुछ नहीं देखा.' 'यह कभी नहीं रुकता-अद्भुत.नया वीडियो प्लाज्मा, या विद्युतीकृत गैस के एक विशाल फिलामेंट को सूर्य से निकलते हुए, अलग करते हुए और फिर 'विशाल ध्रुवीय भंवर' में घूमते हुए दिखाता है.'सूर्य हाल ही में विचित्र व्यवहार का अनुभव कर रहा है - फरवरी में, उसके उत्तरी ध्रुव का एक टुकड़ा टूट गया.

क्या कहते हैं विशेषज्ञ
वीडियो को अंतरिक्ष मौसम भविष्यवक्ता तमिता स्कोव ने ट्विटर पर साझा किया, जिन्होंने कहा कि क्लिप नासा के सोलर डायनेमिक्स ऑब्जर्वेटरी द्वारा ली गई थी.जबकि खगोलविद चकित हैं, वे अनुमान लगाते हैं कि prominence का सूर्य के चुंबकीय क्षेत्र के उलट होने से कुछ लेना-देना है जो हर सौर चक्र में एक बार होता है.नासा सौर तंतुओं का वर्णन आवेशित कणों के बादलों के रूप में करता है जो सूर्य के ऊपर तैरते हैं, चुंबकीय शक्तियों द्वारा इसे बांधते हैं.ये लम्बी, असमान किस्में के रूप में दिखाई देती हैं जो सूर्य की सतह से निकलती हैं.

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