इस्लामाबाद. अफगानिस्तान में तालिबान द्वारा नियुक्त विदेश मंत्री ने बुधवार को कहा कि पाकिस्तान के अधिकारियों को इस बात की जांच करनी चाहिए कि उनके देश में आतंकवादी हिंसा के कारण क्या हैं न कि इसके लिए अफगानिस्तान को जिम्मेदार ठहराना चाहिए.
खैबर पख्तूनख्वा में सोमवार को हुए आत्मघाती बम हमले में 101 लोगों की मौत के बाद पाकिस्तान के अधिकारियों ने कहा था कि हमलावरों ने अफगानिस्तान की धरती पर हमले की साज़िश रची थी.
पेशावर विस्फोट की गंभीर जांच करे पाकिस्तान
राजधानी काबुल में नशा मुक्ति केंद्र के उद्घाटन के दौरान विदेश मंत्री आमिर खान मुत्तकी ने कहा कि पाकिस्तान की सरकार को सोमवार को पेशावर की मस्जिद में हुए विस्फोट की गंभीर जांच करनी चाहिए. उन्होंने कहा कि अफगानिस्तान आतंकवाद का केंद्र नहीं है और अगर वह दहशतगर्दी का केंद्र होता तो हमले चीन, तजाकिस्तान, उज़्बेकिस्तान तथा अन्य देशों में भी होते.
तालिबान की जीत को पाकिस्तान ने दिया था खुला समर्थन
बता दें कि अफगानिस्तान में तालिबान की विजय को तत्कालीन इमरान सरकार द्वारा जमकर समर्थन दिया गया था. तब इमरान खान ने काबुल की सड़कों पर तालिबान की विजय पर ट्वीट कर बधाई दी थी. लेकिन सीमा पर संबंध अब सामान्य नहीं हैं.
टीटीपी ने दी है पूरे पाकिस्तान में हमलों की धमकी
कुछ दिनों पहले टीटीपी की तरफ से पूरे पाकिस्तान में हमलों की धमकी दी गई थी. इसके बाद ही माना जा रहा है कि लगभग आर्थिक रूप से टूट चुके पाकिस्तान के सामने नई मुसीबत पैदा होने वाली है. टीटीपी ने पूरे पाकिस्तान में आत्मघाती हमलों की धमकी दी है. मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक तालिबान अपने सरगना बैतुल्लाह महसूद की मौत का बदला लेना चाहते हैं.
पाकिस्तान के सामने दोहरी चुनौती बना तालिबान
ऐसे में अब पाकिस्तान के सामने तालिबान के रूप में दोहरी चुनौती खड़ी चुकी है. एक तरफ से उसे सीमा पर अफगान तालिबान के साथ डील करना है तो वहीं देश के भीतर टीटीपी कहर ढहाने को तैयार बैठा है.
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