न पानी, न प्राइवेसी और न भोजन, गाजा में भयावह हुई महिलाओं की स्थिति, फिजिकल के साथ मेंटल हेल्थ भी हुई बदतर

मेडिकल जर्नल ' Thebmj'की एक रिपोर्ट के मुताबिक गाजा में बढ़ते स्वास्थय संकंट ने महिलाओं के लिए भयावह स्थिति पैदा कर दी है. हालत इतने गंभीर हैं कि मानसिक परेशानी के कारण गाजा की महिलाओं को हर महीने में कई बार पीरियड्स आ रहे हैं.  

Written by - Shruti Kaul | Last Updated : Mar 14, 2024, 08:25 PM IST
  • महिलाओं की बिगड़ रही मेंल हेल्थ
  • संक्रामक रोगों का बढ़ रहा खतरा
न पानी, न प्राइवेसी और न भोजन, गाजा में भयावह हुई महिलाओं की स्थिति, फिजिकल के साथ मेंटल हेल्थ भी हुई बदतर

नई दिल्ली:  इजरायल और हमास के बीच जारी संघर्ष ने गाजा की महिलाओं की फिजिकल और मेंटल हेल्थ को काफी ज्यादा प्रभावित किया है. मेडिकल जर्नल ' Thebmj'की एक रिपोर्ट मुताबिक गाजा में बढ़ते स्वास्थय संकंट ने महिलाओं के लिए भयावह स्थिति पैदा कर दी है. हालत इतने गंभीर हैं कि मानसिक परेशानी के कारण गाजा की महिलाओं को हर महीने में कई बार पीरियड्स आ रहे हैं. ब्रेस्टफीडिंग करने वाली महिलाओं के लिए यह स्थिति और भी ज्यादा बदतर है. 

महिलाओं में बढ़ रही भुखमरी 
गाजा की सीमा पर नाकेबंदी के कारण महिलाओं के पास स्वच्छता, चिकित्सा, भोजन और गर्म पानी जैसे जरूरी चीजों की पहुंच बेहद सीमित हो गई है, जिसके चलते इस गंभीर परिस्थिति में उन्हें पीरियड्स और प्रेग्नेंसी को लेकर कई चुनौतियों का सामना करना पड़ रहा है. 'Thebmj'के मुताबिक गाजा की हर 5 में से एक गर्भवती महिला कुपोषित है. बढ़ती भुखमरी के कारण इन महिलाओ को अपनी जरूरतों के बदले अपने बच्चों की देखभाल करने के लिए मजबूर होना पड़ रहा है, जो उन्हें मेंटली भी काफी प्रभावित कर रहा है. 

साफ पानी की बढ़ी किल्लत 
गाजा में साफ पानी की कमी के कारण महिलाओं को पीने, खाना बनाने, नहाने और कपड़े धोने समेत इंटिमेट हाइजीन मेंटेन के लिए काफी कठिनाईयों का सामना करना पड़ रहा है. इंटिमेट हाइजीन प्रोडक्ट्स की कमी के कारण वे बेबी नैपीस और कपड़े के टुकड़े का इस्तेमाल करने के लिए मजबूर हैं. कई महिलाएं तो कॉन्ट्रासेप्टिव पिल्स का सेवन कर रही हैं, जिसके चलते उन्हें नॉजिया, चक्कर आना और असामान्य ब्लीडिंग जैसी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है. ये सभी चीजें न सिर्फ उनकी फिजिकल बल्कि मेंटल हेल्थ को भी काफी नुकसान पहुंचा रही है. रिपोर्ट के मुताबिक मानसिक परेशानी के कारण कई महिलाओं को हर महीने 1 से ज्यादा बार पीरियड्स आ रहे हैं, जिससे सैनटरी पैड की कमी हो रही है. 

संक्रामक रोगों का बढ़ रहा खतरा 
गाजा में महिलाओं को इंटिमेट हाइजीन मेंटेन करने के लिए साफ पानी की बेहद जरूरत है, हालांकि रिपोर्ट का कहना है कि गाजा में साफ पानी की उपलब्धता घटकर सिर्फ 3ltr ही रह गई है. पानी की कमी के चलते महिलाओं को परिवार के लिए इसे बांटना बेहद मुश्किल हो गया है, यह भी उनकी मेंटल और फिजिकल हेल्थ को नुकसान पहुंचा रही है. 'UNRWA'ने चेतावनी दी है कि पानी की कमी के कारण गाजा की महिलाओं में रिप्रोडक्टिव इंफेक्शन और  UTI समेत कई संक्रामक रोगों का खतरा बढ़ रहा है.  'Thebmj'के मुताबिक गाजा में हेल्थ केयर की कमी के कारण महिलाओं को भीड़ वाली और गंदी जगहों पर बच्चे पैदा करना पड़ रहा है. संघर्ष के कारण 300 प्रतिशत महिलाओं को मिसकैरेज से भी गुजरना पड़ा. 

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