भारत को 3 फ्रंट पर चीन, पाकिस्तान और नेपाल से युद्ध की धमकी, "चीनी मीडिया की मूर्खता"

लद्दाख में भारतीय जवानों की शहादत का बदला लेने का प्रण अब चीन के पतन का कारण बनेगा. गुरुवार को चीन के सरकारी समाचार पत्र ग्लोबल टाइम्स ने भारत को फिर धमकी दी है. चीन की ये धमकी प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की चेतावनी के बाद आई है. पूरी जानकारी इस रिपोर्ट में पढ़िए..

Written by - Zee Hindustan Web Team | Last Updated : Jun 18, 2020, 11:29 AM IST
    • चीन ने अपने सरकारी अखबार ग्लोबल टाइम्स में भारत को धमकी दी
    • लिखा- भारत ने सीमा पर तनाव बढ़ाया तो उसे 3 फ्रंट पर लड़ना पड़ सकता है
    • यदि ऐसा हुआ तो इससे भारत की विनाशकारी हार होगी: ग्लोबल टाइम्स
भारत को 3 फ्रंट पर चीन, पाकिस्तान और नेपाल से युद्ध की धमकी, "चीनी मीडिया की मूर्खता"

नई दिल्ली: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की चेतावनी के बाद से चीन डरा हुआ है. चीन की सरकार डरी हुई है, चीन की मीडिया डरी हुई है. ये डर ही है जिसकी वजह से चीन रात से सुबह तक अपना सारा समय भारत को धमकी देने में बिता रहा है. 

सरकारी समाचार पत्र ग्लोबल टाइम्स की गीदड़भभकी

गुरुवार की सुबह चीन के सरकारी समाचार पत्र ग्लोबल टाइम्स ने लिखा है कि "अगर भारत सीमा पर तनाव बढ़ाता है तो उसे दो या तीन फ्रंट पर सैन्य लड़ाई लड़नी पड़ सकती है और इसे भारतीय सेना संभाल नहीं पाएगी. ये भारत के लिए विनाशकारी साबित हो सकता है. चीन, पाकिस्तान या नेपाल की सीमा पर भारत को सामना करना पड़ सकता है."

अब आप ये समझिए कि चीन का सरकारी समाचार पत्र जिस दो या तीन फ्रंट का जिक्र कर रहा है. इसका मतलब क्या है?

चीन, पाकिस्तान और नेपाल की सीमा पर हमले की 'धमकी'

इसका मतलब है चीन, पाकिस्तान और नेपाल. क्योंकि चीन ये मानता है कि इस समय भारत का पाकिस्तान और नेपाल के साथ भी सीमा पर तनाव जारी है. जबकि पाकिस्तान और नेपाल को लेकर उसकी राय ये है कि ये दोनों देश चीन के इशारे पर काम करेंगे.

गलतफहमी में जी रहा है चमगादड़ चीन

नेपाल के लोगों का भारत प्रेम तो चीन को देखना चाहिए, ज़ी मीडिया के जमीनी पड़ताल में लोगों ने भारत के प्रति अपना प्रेम दिखाया है. और भारत को हल्के में लेने की चीन की दूसरी गलतफहमी भारतीय सेना और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी दूर कर चुके हैं. नरेंद्र मोदी ने बुधवार को ही कहा था कि कोई देश भ्रम में ना रहे.

इन तीन मोर्चे पर चालबाज चीन को मिलेगी मात

लद्दाख की गलवान घाटी में भारतीय सेना के 20 जवानों की शहादत का बदला तीन मोर्चों पर लेने की तैयारी है. सैन्य मोर्चा, कूटनीतिक मोर्चा और आर्थिक मोर्चा.

जहां तक सैन्य मोर्चे का सवाल है तो चीन से लगी सीमा पर भारतीय सैनिक दुश्मनों को जवाब देने के लिए तैयार हैं. कूटनीतिक मोर्चे पर भारत को हर उस देश का समर्थन मिल रहा है जो चीन के अतिक्रमणकारी नीति से परेशान है. और आर्थिक मोर्चे पर देश के 135 करोड़ लोग अब भारतीय बाज़ार से चीन को भगाने के लिए मुहिम छेड़ चुके हैं.

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अगर इन तीनों मोर्चों पर भारत ने बढ़त बना ली तो चीन का पतन सुनिश्चित है. ऐसे में सबसे खास बात चीन के लिए यही होगी कि वो अपनी हद को समझ ले, क्योंकि बार-बार अपनी सरकारी मीडिया ग्लोबल टाइम्स के माध्यम से भारत को धमकियां न दे, वरना भारत किसी को भी गलती की सजा देने और सबक सिखाने की ताकत रखता है.

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