भारत को लेकर चीन पर गुस्साए अमेरिकी रक्षा मंत्री

अमेरिकी रक्षामंत्री ने चीन पर फिर गरम हुए हैं, उन्होंने अपने बयान में कहा है कि महामारी में ज्यादा बढ़ गई चीन की गरम मिजाजी, एलएसी पर फौज की तैनाती अंतर्राष्ट्रीय नियमों के खिलाफ  

Written by - Zee Hindustan Web Team | Last Updated : Aug 7, 2020, 08:04 AM IST
    • अमेरिकी रक्षामंत्री ने कहा एलएसी पर फौज की तैनाती गलत है
    • 'चीन अंतर्राष्ट्रीय कानून को नहीं मानता'
    • 'दक्षिणी चीन सागर में भी दादागिरी'
भारत को लेकर चीन पर गुस्साए अमेरिकी रक्षा मंत्री

नई दिल्ली.   इधर भारत की सीमा पर चीन अपनी सेना का जमावड़ा बढ़ा रहा है उधर इस हरकत पर अमेरिका का क्रोध सामने आ रहा है.  अमेरिकी रक्षा मंत्री मार्क एस्पर ने चीन को लेकर एक सख्त बयान जारी किया है जिसमें उन्होंने कहा है कि कोरोना महामारी के दौर में चीन की गरम मिजाजी ज्यादा ही बढ़ गई है. उन्होंने ये भी कहा कि एलएसी पर फौज की तैनाती अंतर्राष्ट्रीय नियमों के खिलाफ है. 

 

एलएसी पर फौज की तैनाती गलत है

अमेरिकी रक्षा मंत्री ने अपरोक्ष रूप से चीन को चेतावनी देते हुए कहा है कि  एलएसी पर फौज की तैनाती गलत है और यह अंतर्राष्ट्रीय नियमों के खिलाफ है जो कि अस्वीकार्य है. मार्क एस्पर ने कहा कि चीन कोरोना महामारी का इस्तेमाल अपना प्रोपेगंडा फैलाने में कर रहा है. उन्होंने कहा कि न केवल भारत की सीमा पर बल्कि चीन तो ब्रुनेई, मलेशिया, फिलीपींस, ताइवान और वियतनाम जैसे देशों के आईलैंड्स पर भी अपना मिलिट्री बेस तैयार कर रहा है. 

'चीन अंतर्राष्ट्रीय कानून को नहीं मानता'

अमेरिका के रक्षा मंत्री मार्क एस्पर ने साफ़ तौर पर कहा कि पिछले सात माह की चीन की गतिविधियां देख कर लगता है चीन अंतर्राष्ट्रीय क़ानून को नहीं मानता.  चीन पर यह सख्त बयान देते हुए एस्पर ने कहा कि कोरोना महामारी के दौर में चीन की गरम मिजाजी बहुत बढ़ गई है और उसने भारत की लाइन ऑफ एक्चुअल कंट्रोल पर सेना तैनात कर दी है. 

'दक्षिणी चीन सागर में भी दादागिरी'

अमेरिकी रक्षा मंत्री ने चीन की विस्तारवादी नीति की आलोचना करते हुए कहा कि इस महामारी के समय चीन अपनी हद से बाहर निकल चुका है. वह दक्षिण चीन सागर में भी अपनी दादागिरी का प्रदर्शन करने में लगा हुआ है. 

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