हमारी धरती में क्यों दिलचस्पी ले रहे हैं दूसरे ग्रहों के प्राणी?

कोरोना वायरस के संक्रमण के कारण पूरी धरती पर मानव जीवन के नष्ट होने का खतरा पैदा हो गया है. ऐसे में ये सवाल पैदा होता है कि क्या अंतरिक्ष में धरती के अलावा भी कहीं जीवन मौजूद है. अमेरिकी रक्षा विभाग ने जो वीडियो जारी किए हैं, वो बताते हैं कि दूसरे ग्रह के प्राणियों अर्थात एलियन का अस्तित्व है और वो अक्सर हमारी दुनिया में आते रहते हैं-

Written by - Anshuman Anand | Last Updated : Apr 29, 2020, 08:51 PM IST
    • धरती पर एलियंस की आवाजाही का सबूत
    • अमेरिकी रक्षा विभाग ने जारी किए तीन वीडियो
    • ये वीडियो अमेरिकी पायलटों ने प्रशिक्षण के दौरान शूट किया था
    • इसमें अज्ञात वस्तुएं उड़ती हुई दिखाई दे रही हैं
    • अमेरिकी रक्षा विभाग ने इन वीडियो की सत्यता की पुष्टि कर दी है
    • ये अज्ञात उड़ने वाली वस्तुएं हैं
    • इन्हें एलियन शिप माना जा रहा है
    • ये वीडियो काफी समय से वायरल हो रहे थे
    • जिसकी वजह से अफवाहें फैल रही थीं.
    • जिसके बाद अमेरिकी रक्षा विभाग ने इन्हें आधिकारिक रुप से जारी किया
    • इसमें से एक वीडियो 2004, जबकि दो वीडियो 2015 में रिकॉर्ड किए गए
हमारी धरती में क्यों दिलचस्पी ले रहे हैं दूसरे ग्रहों के प्राणी?

नई दिल्ली: अमेरिकी रक्षा विभाग ने कुछ ऐसे वीडियो जारी किए हैं, जिन्हें देखकर कहा जा सकता है कि दूसरे ग्रह के प्राणियों की हमारी धरती में भारी दिलचस्पी है. पेंटागन ने तीन वीडियो को क्लासिफाइड(गुप्त दस्तावेज) की श्रेणी से हटाकर सार्वजनिक किया है. जिन्हें देखने के बाद ये बहस तेज हो गई है कि क्या धरती के बाहर भी जीवन मौजूद है?

अमेरिकी पायलट्स ने किया कैमरे में कैद

अमेरिकी रक्षा विभाग यानी पेंटागन ने उड़ने वाली अज्ञात वस्तुओं के जो तीन वीडियो को क्‍लासीफाइड श्रेणी से हटाया है. उन्हें अमेरिकी नौसेना के पायलटों ने अपनी उड़ान के दौरान कैमरे में पिक्चराइज किया था. माना जा रहा है कि ये UFO(Unidentified flying Objects) यानी उड़ने वाली अज्ञात वस्तुएं हैं. 

 

पिछले कई सालों में रिकॉर्ड किए गए हैं ये वीडियो
ऐसा नहीं है कि एलियंस की आवाजाही धरती पर अचानक बढ़ गई है. बल्कि वो लगातार धरती पर आते रहते हैं. जो तीन वीडियो जारी किए गए हैं. उनमें 
से एक वीडियो नवंबर 2004 में रिकॉर्ड किया गया था. जबकि बाकी के दो वीडियो जनवरी 2015 में रिकॉर्ड किए गए थे. 

ये वीडियो पहले भी लोगों के बीच सर्कुलेट हो रहे थे. जिसके बाद अमेरिकी रक्षा विभाग(DOD)ने आधिकारिक रूप से इन वीडियो को जारी किया है.

 

ये वीडियो जारी करते हुए रक्षा विभाग ने बयान में कहा, 'वह इस वीडियो को लोगों का यह भ्रम साफ करने के लिए जारी कर रहे हैं ताकि जो फुटेज सर्कुलेट हो रहे हैं, वह सच है या नहीं और क्या ऐसे और वीडियो हैं या नहीं. वीडियो में देखी गई हवाई वस्तु "अज्ञात" की श्रेणी में आती हैं.' 

' विभाग ने गहन समीक्षा के बाद यह तय किया कि इन वीडियो के अधिकृत रिलीज से किसी तरह की संवेदनशील जानकारी बाहर नहीं आएगी और अज्ञात हवाई वस्तु के सैन्य वायु क्षेत्र में घुसपैठ की जांच पर असर नहीं होगा.'

पहले भी की जा चुकी है सच्चाई की पुष्टि
ये वीडियो आम लोगों के बीच तेजी से सर्कुलेट हो रहे थे. लेकिन लोगों के बीच इनकी टाइमिंग और मकसद को लेकर भ्रम पैदा हो रहा था. इसकी वजह से 
तरह-तरह की अफवाहें पनप रही थीं. जिसकी वजह से ये वीडियो आधिकारिक रूप से रिलीज करने का फैसला किया गया. 

इनमें से दो वीडियो को अमेरिकी अखबार न्यूयॉर्क टाइम्स ने साल 2017 में पब्लिश किया था. जबकि एक दूसरा वीडियो निजी संस्थान 'टू द स्टार्स एकेडमी' ने साल 2018 में जारी किया था. ये वीडियो आप नीचे देख सकते हैं--

 

 

इन तीनों वीडियो की सच्चाई की पुष्टि अमेरिकी रक्षा विभाग का मुख्यालय पेंटागन साल 2019 में भी कर चुका है. 

कैसे रिकॉर्ड हुए ये वीडियो? 
इसमें से एक वीडियो साल 2004 में रिकॉर्ड हुआ था. इसमें अमेरिकी नेवी पायलट्स ने अपनी ट्रेनिंग के दौरान 40 फुट की एक वस्तु को हवा में मंडराते हुए 
देखा. यह वस्तु(UFO) पानी की सतह से 50 फुट उपर मंडरा रही थी. बताया जा रहा है कि साल 2015 में भी ऐसा ही दृश्य दोबारा देखा गया था. 

एक अन्य वीडियो में लंबी सी वस्तु धरती से अंतरिक्ष की ओर बढ़ती हुई दिखाई देती है. इस वीडियो में छोटी सी गोली जैसी कोई उड़ती हुई वस्तु दिखाई देती है. जो हवा में थोड़ी देर के लिए मंडराती रहती है. जिसके बाद वह रॉकेट की तरह बेहद तेज रफ्तार से अंतरिक्ष में उड़कर गायब हो जाती है. 

इसकी रफ्तार देखकर उस पर नजर रखने वाले विमान के पायलट हैरान रह जाते हैं. वे आपस में एक दूसरे से पूछते हैं कि क्या बाकी लोगों ने भी उसे देखा है. 

तीसरे वीडियो में एक अंडाकार विमान जैसी वस्तु है, जो कि एक ही जगह पर गोल-गोल घूमती हुई दिखाई देती है.

 
 
अमेरिकी नौसेना ने कर दी है पुष्टि
रक्षा विभाग के प्रवक्ता सुसान गफ ने इन तीनों वीडियो के रिकॉर्ड करने के समय यानी नवंबर 2004 और जनवरी 2015 की पुष्टि कर दी है. 

अमेरिकी नौसेना के उपप्रमुख जोसफ ग्रैडशर ने भी इन वीडियोज को असली करार दिया है. हालांकि उन्होंने इन वीडियो में दिख रही वस्तुओं के बारे में कुछ भी साफ तौर पर नहीं बताया है. उन्होंने इन वस्तुओं के बारे में मात्र इतना ही बताया है कि ये सभी उड़ने वाली वस्तुएं अनधिकृत रुप से सैन्य नियंत्रण वाले अज्ञात प्रशिक्षण क्षेत्रों में दिखाई दी हैं. 

इन वीडियोज के आधिकारिक रुप से जारी होने के बाद ऐसा लगने लगा है कि धरती पर दूसरे ग्रहों के प्राणी आते रहते हैं. लेकिन वह इंसानों से संपर्क क्यों नहीं करना चाहते. इस बात से पर्दा उठना अभी बाकी है. या हो सकता है कि वो समय का इंतजार कर रहे हों. 

ये एलियंस या यूएफओ मानव के लिए खतरनाक हैं या मित्र. अभी इस बात से भी पर्दा उठना बाकी है. 

आपको बता दें कि इसके पहले भी कनाडा के एक इंस्टीट्यूट के वैज्ञानिकों ने अंतरिक्ष से आ रहा एक खास संदेश पकड़ा था. जो कि एक खास समय में बौछार की तरह आ रहे  हैं. वैज्ञानिकों का मानना है कि इन्हें किसी खास उद्देश्य से भेजा जा रहा है. ये पूरी खबर पढ़ने के लिए यहां क्लिक करें

 

 

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