नई दिल्ली: इजरायल की संसद 14 जून तक प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू को हटाने वाली नई सरकार के गठन को मंजूरी देने के लिए मतदान करेगी.
तारीख बताने से किया इनकार
समाचार एजेंसी सिन्हुआ की रिपोर्ट के अनुसार, संसद अध्यक्ष यारिव लेविन, नेतन्याहू की लिकुड पार्टी के एक विधायक और उनके करीबी सहयोगी ने मतदान के लिए निश्चित तारीख बताने से इनकार कर दिया.
लेविन ने सोमवार को संसद में औपचारिक घोषणा कर दी. विपक्षी नेता यायर लैपिड ने पिछले हफ्ते राष्ट्रपति को सूचित किया था कि सरकार बनाने के लिए एक गठबंधन के समझौते पर सहमति हो चुकी है.
कानून के अनुसार होगा मतदान
उन्होंने कहा कि नई सरकार को मंजूरी देने के लिए एक सप्ताह के भीतर इजरायल के कानून के अनुसार मतदान होगा. अध्यक्ष ने सत्र के दौरान कहा, 36वीं सरकार स्थापित करने के लिए सत्र की तारीख के बारे में घोषणा से सांसदों को अवगत कराया जाएगा.
मध्यमार्गी येश अतीद पार्टी के नेता लैपिड ने पिछले हफ्ते घोषणा की थी कि वह यामिना की समर्थक बसने वाली पार्टी के नेता राष्ट्रवादी नफ्ताली बेनेट और छह अतिरिक्त छोटी पार्टियों के साथ गठबंधन सरकार बनाने के लिए एक समझौते पर पहुंचे हैं.
गठबंधन के पास मामूली बहुमत
गठबंधन के पास नेसेट की 120 में से 61 सीटों का मामूली बहुमत है. इसमें मंसूर अब्बास की अध्यक्षता वाली एक इस्लामवादी पार्टी राम भी शामिल है, जो पहली बार किसी अरब पार्टी के लिए इजरायल में गठबंधन का हिस्सा बनने का प्रतीक है.
एक रोटेशन समझौते के अनुसार, बेनेट शुरू में प्रीमियर बन जाएंगे और दो साल बाद लैपिड द्वारा उनको बदला जाएगा. 12 वर्षों में यह पहली बार होगा जब सरकार के दक्षिणपंथी रूढ़िवादी प्रमुख नेतन्याहू के बिना सरकार बनाई गई है.
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असामान्य गठबंधन के लिए 120 विधायकों के साधारण बहुमत को इसके पक्ष में वोटिंग करना होगा. गठबंधन के जरिये नेतन्याहू के शासन का अंत हो जाएगा, जो सबसे लंबे समय तक सेवा करने वाले इजरायल के प्रधानमंत्री हैं.
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