नई दिल्ली. बहादुरों को अक्सर शिकायत रहती है कि उनके मनमाफिक बहादुरी के काम मार्केट में उपलब्ध नहीं हैं. ऐसे ही बहादुरों के लिए मार्केट में नया काम आया है. हालांकि काम तो चार साल पुराना है लेकिन अभी तक पूरा नहीं हो पाया है इसलिए अभी भी ये नया ही है. इसमें करना ज्यादा कुछ नहीं है बस एक बार पानी में जा कर एक मगरमच्छ के गले में फंसा टायर निकालना है, बस.
बेरोजगारों के लिए सुनहरा अवसर
बेराजगारों के लिये ये सुनहरा अवसर इस तरह से है कि कम से कम बैठे ठाले कुछ तो आजायेगा. वैसे पैसा कमाने के लिए ये काम बुरा नहीं है. हालांकि थोड़ा जान का जोखिम तो है इसमें लेकिन याद रखिये डर के आगे जीत है. अगर आपको डर लग रहा है तो समझ लीजिये आपकी जीत पक्की है. इंडोनेशिया में है ये काम आपके लिए. केवल आपको आने-जाने का खर्चा अपनी पॉकेट से देना होगा लेकिन उसके बाद काम में बहुत ज्यादा कुछ नहीं है. एक बार आप पानी में मगरमच्छ के सामने उतर गए तो काम अपने-आप हो ही जाना है. अगर आप न कर पाए तो मगरमच्छ ही कर देगा आपका काम.
एक तीर से तीन शिकार कर सकते हैं आप
मान लीजिये आप टायर निकालने में कामयाब हो जाते हैं तो एक साथ आपको तीन फायदे होंगे. एक तो इंडोनेशिया की सरकार आपको ईनाम देगी. दूसरा कि मगरमच्छ आपको दुआएं देगा और तीसरा कि आप बाकायदा मगरमच्छ के गले से टायर निकालने का अपना काम शुरू कर सकते हैं. आप मगरमच्छ के गले से टायर निकालने की कोचिंग भी शुरू कर सकते हैं. इसमें एक नया करियर भी शुरू करवा सकते हैं आप बेराजगारों के लिए.
मोटरसाइकिल का टायर फंसा है गले में
चार साल से ये मगरमच्छ एक टायर का बोझ उठा रहा है. लेकिन अभी तक कोई बता नहीं सका है कि मगरमच्छ मोटरसाइकिल के पास गया था या मोटरसाइकल मगरमच्छ के पास आई थी. ये टायर नाहक ही मगरमच्छ के गले पड़ गया है. अब सरकार टेन्शन में है कि ये टायर कैसे निकाला जाए. इंडोनेशिया की सरकार ने मोटरसाइकिल का ये टायर निकालने वाले को इनाम देने का एलान किया है. हालांकि अभी तक इनाम में कितनी रकम दी जायेगी इसकी घोषणा नहीं हुई है. कुछ सयाने लोगों का मानना है कि इस मोटरसाइकल के टायर में ही कोई राज़ है जो निकालने के बाद ही पता चल सकेगा. आखिर ऐसी क्या बात है कि सरकार इस टायर को निकालने के पीछे पड़ी हुई है. इनका तो ये भी मानना है कि शायद यही टायर इनाम में मिल सकता है आपको, लेकिन उसके पहले टायर निकाल कर आपको सरकार को सौंपना होगा.
तेरह फ़ीट लंबा है मगरमच्छ
पहले बता देना ठीक रहता है नहीं तो कोई बाद में कहे कि ज़ी न्यूज़ वालों ने नहीं बताया था कि ये मगरमच्छ जो है वो करीब तेरह फ़ीट लम्बा है. वैसे इसमें डरने की जयदा कोई बात नहीं है. सारे आदमखोर मगरमच्छ तेरह फ़ीट या इससे ऊपर की लम्बाई के ही होते हैं लेकिन टायर फंसने की घटनाएं अमूमन मगरमच्छों में देखने में कम ही आती हैं. खैर, ये सारी बातें महत्वपूर्ण नहीं हैं. अगर आपने टायर निकालने का मन बना लिया है तो देर मत कीजिये. तरीका हम आपको बता देते हैं. पानी में जाइये और मगरमच्छ को पलट दीजिये. उसके बाद टायर निकालना आसान हो जाये़गा. मान लीजिये मगरमच्छ का गला बड़ा होने के कारण टायर उस तरफ से न निकाल पायें तो आप पूंछ की तरफ से भी निकाल सकते हैं. सिर्फ मगर के दो हांथ और दो पैर बीच में फंस सकते हैं. अगर आप वो मैनेज कर लो तो फिर तो टायर निकालने में ज्यादा मशक्कत नहीं करनी पड़ेगी आपको.
ज्यादा दिनों तक टायर गले में खतरनाक है
इंडोनेशिया की सरकारी एजेंसी अंतारा के अनुसार मगरमच्छ ने टायर निकालने का प्रयास स्वयं भी कई बार किया है किन्तु वह सफल नहीं हो पाया है. अगर ये टायर मगरमच्छ के गले में ज्यादा दिन फंसा रहा तो ये उसकी जान के लिए खतरनाक साबित हो सकता है. एजेंसी ने लेकिन ये नहीं बताया कि मगरमच्छ के गले से इस टायर को निकालने के लिए किसी व्यक्ति का पानी में उतरना उस व्यक्ति की जान के लिए कितना खतरनाक हो सकता है. वैसे भी टायर तो किसी के भी गले में ज्यादा दिन तक रहे तो खतरनाक हो सकता है. एजेंसी के अधिकारीयों ने बस इतना ही बताया कि हमने मगरमच्छ को टायर की कैद से आजाद करने के लिए एक प्रतियोगिता रखी है. आप चाहें तो आप भी इस प्रतियोगिता में भाग ले सकते हैं. जीत गए तो आपको इनाम भी दिया जाएगा.और आपको एक नई जिन्दगी मिलेगी वो अलग से..
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