Covid-19 JN.1 New Sub Variant Latest Update: कोरोना के नए वेरिएंट जेएन वन (JN.1 New Sub Variant) के बढ़ते केस को देखते हुए हिमाचल में भी स्वस्थ्य विभाग अलर्ट हो गया है. हमीरपुर में इस वेरिएंट को लेकर तैयारी की जा रही है.
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Hamirpur News: भारत के कई राज्यों में सामने आ रहे कोरोना के नए वेरिएंट जेएन वन (Covid-19 JN.1 New Sub Variant) के केसों के मद्देनजर हिमाचल में भी स्वस्थ्य महकमा अलर्ट हो गया है. खासकर हमीरपुर में इस वेरिएंट के आने से पहले ही पुख्ता तैयारियों को अमलीजामा पहनाने की कवायद शुरू कर दी है.
पीएचसी तथा सीएचसी को भी निर्देश जारी किए गए हैं कि सिम्टोमेटिक मरीजों के कोविड टेस्ट किए जाएं. इसके लिए कोविड किट्स विभाग के पास उपलब्ध हैं. साथ ही सिम्टोमेटिक मरीजों को अलग से उपचार की व्यवस्था की जाए. कोरोना को लेकर जारी की गई गाइडलाइन का पूर्ण अनुपालन हो इसके लिए गुरूवार को जिला स्वास्थ्य विभाग के आलाधिकारियों की विशेष मीटिंग भी रखी गई है. इस मीटिंग में भी कोरोना के नए वेरिएंट से बचाव के लिए प्रबंधों के मुद्दे पर विस्तृत चर्चा की जाएगी.
हमीरपुर मेडिकल कॉलेज में कोविड टेस्ट शुरू हो गए हैं तथा इनकी जीन सिक्वेसिंग भी की जा रही है ताकि वेरिएंट का पता लगाया जा सके. मेडिकल कालेज के पास करीब सात हजार किट्स उपलब्ध है. बुधवार को भी मेडिकल कालेज में सिम्टोमेटिक मरीजों के कोविड टेस्ट किए गए. हालांकि अभी रेपिड एंटीजन टेस्ट ही किए जा रहे हैं कि अगर वेरिएंड का कोई मामला सामने आता है तो आरटीपीसीआर टेस्ट भी शुरू कर दिए जाएंगे.
फिलहाल एहतियातन कोविड टेस्ट शुरू कर दिए गए हैं. इसका मुख्य कारण मौसम बदलते ही लोगों का सर्दी जुखाम तथा बुखार की चपेट में आना है. वर्तमान में ग्रामीण क्षेत्र में भी कई लोग बुखार, जुकाम तथा गले की दर्द से जूझ रहे हैं. कई लोग उपचार के लिए मेडिकल कालेज पहुंच रहे हैं तो कई निजी क्लीनिकों पर ही उपचार ले रहे हैं. बेशक यह मौसम तबदील होने की मार हो लेकिन स्वास्थ्य महकमा पूरी तरह अलर्ट हो गया है.
मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ. आरके अग्रिहोत्री का कहना है कि अभी तक हमीरपुर में ऐसा कोई मामला नहीं है. फिर भी एहतियातन निर्देश जारी किए गए हैं कि आईसालेशन रूप तय कर लिया जाए. अगर कोई मामला आता है तो मरीज को तुरंत आइसोलेट कर दिया जाए. उन्होंने कहा कि ऑक्सीजन सिलेंडर पर्याप्त संख्या में उपलब्ध हैं. हमारे पास पर्याप्त संख्या में आक्सीजन कंसटेटर भी उपलब्ध हैं. मेडिकल कालेज के हर एक बेड के पास ऑक्सीजन की आपूर्ति सुनिश्चित की गई है.
गौरलतब है कि भारत वर्ष के कई राज्यों में जेएन वन वेरिएंट से मरीज पीडि़त हैं तथा इनकी संख्या बढ़ती जा रही है. वर्तमान हालात ऐसे हैं कि हिमाचल में बाहरी राज्यों से आने वाले लोगों की संख्या बढ़ी है. ऐसे में इस बात से इंकार नहीं किया जा सकता है कि नए वेरिएंट हिमाचल में प्रवेश कर जाए. अगर ऐसा हुआ तो स्वास्थ्य महकमा का कार्य बढ़ जाएगा.