Eye Donate: मरणोपरांत दो लोगों का जीवन रोशन कर गए हमीरपुर के 90 वर्षीय बुजुर्ग, पढ़ें
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Eye Donate: मरणोपरांत दो लोगों का जीवन रोशन कर गए हमीरपुर के 90 वर्षीय बुजुर्ग, पढ़ें

Eye Donate in Hamirpur: 90 साल की उम्र में प्राण छोड़े पर आंखें कर दी दान. हमीरपुर में 90 वर्षीय बुजुर्ग ने दुनिया को अलविदा कह दिया हो लेकिन उनकी तारीफ आज हर कोई कर रहा है. पढ़ें क्या है पूरी खबर..

Eye Donate: मरणोपरांत दो लोगों का जीवन रोशन कर गए हमीरपुर के 90 वर्षीय बुजुर्ग, पढ़ें

Hamirpur News: ग्राम पंचायत भैल के तहत आने वाले बरोटी गांव के 90 वर्षीय बुजुर्ग बृजलाल दुनिया छोड़ने के उपरांत दो दिव्यांगों के जीवन का अंधेरा दूर कर गए हैं. मरणोपरांत उनकी आंखें दो लोगों को लगाई जाएंगी. ऐसे दो लोग जो आज तक दुनिया की खूबसूरती नहीं देख पाए.

अब वे बृजलाल की आंखों से संसार को निहारेंगे. बीते 31 दिसंबर को 90 वर्षीय बृज लाल ने अंतिम सांस ली. वहीं, परिजनों ने मेडिकल कालेज हमीरपुर के आई डोनेशन विभाग को सूचित किया. सूचना मिलने के बाद मेडिकल कालेज से टीम आंखों को पिजर्व करने के लिए बरोटी गांव पहुंची. 

टीम में आई रेटरीएवल डॉ. संजीव कृष्ण, ऑप्टोमेटरिस्ट मिस सृष्टि तथा स्पोर्टिंग स्टाफ में कमल राज शामिल रहे. टीम ने सुरक्षित आंखों को शरीर से निकालकर आईजीएमसी शिमला भेज दिया है. शिमला में इन आंखों का प्रत्यारोपण किया जाएगा.

जानकारी के मुताबिक, बृजलाल निवासी गांव बरोटी पंचायत भैल ने डाक विभाग में सेवाएं प्रदान की हैं. वह डाक विभाग में ब्रांच पोस्ट मास्टर सेवानिवृत्त हुए थे. करीब आठ साल पूर्व उन्होंने अपनी आंखों को दान करने का फैसला लिया तथा टांडा मेडिकल कालेज में नेत्रदान की निर्धारित औपचारिकता को पूरा करवाया था.

उन्होंने अपने पारिवारिक सदस्यों को भी बता रखा था कि जब वह संसार छोड़ेंगे, तो इसकी सूचना टांडा में दे दी जाए. ताकि उनकी आंखों को सुरक्षित निकालकर किसी जरूरमंत को लगाया जा सके. स्व. बृजलाल के पुत्र नरेंद्र कुमार ने जानकारी देते हुए बताया कि बीती 31 दिसंबर 2024 की शाम को उनके पिता ने अंतिम सांस ली. 

इसके बाद टांडा मेडिकल कालेज में संपर्क स्थापित करना चाहा, लेकिन नहीं हो सका.  ऐसे में मेडिकल कालेज हमीरपुर के आई डोनेशन विभाग को सूचित किया गया. यहां से टीम मौके पर पहुंची तथा आंखों को प्रिजर्व किया गया है. उन्होंने बताया कि उनके पिताजी ने करीब आठ साल पहले अपनी आंखे दान करने की प्रक्रिया को पूरा कर लिया था. 

वरिष्ठ नेत्र रोग विशेषज्ञ डा. अनिल वर्मा ने कही ये बात
मेडिकल कालेज हमीरपुर के वरिष्ठ नेत्र रोग विशेषज्ञ डा. अनिल वर्मा ने बताया कि आंखों को सुरक्षित आईजीएमसी भेज दिया गया है. उन्होंने कहा कि अब तक हमीरपुर में मरणो उपरांत तीन लोग सफल नेत्रदान कर चुके हैं. उन्होंने लोगों से भी अपील की है कि नेत्रदान जरूर करें, क्योंकि नेत्रदान से किसी जरूरतमंद का जीवन रोशन किया जा सकता है. 

रिपोर्ट- अरविंदर सिंग, हमीरपुर

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