आये दिन भारत में कोरोना (Coronavirus India) के मामले बढ़ते जा रहे हैं लेकिन इस बार कहा जा रहा है भारत में लोगों को घबराने की ज़रूरत नहीं है पर सावधानी बरतने की ज़रूरत है।
Trending Photos
Covid affects males more: कोरोना के बढ़ते खतरे ने दुनियाभर में हाहाकार मचा दिया है। आये दिन भारत में कोरोना (Coronavirus India) के मामले बढ़ते जा रहे हैं। इसी बीच कोरोना से जुड़ी एक बड़ी खबर सामने आई है। एम्स कि एक रिपोर्ट में बताया गया की कोविड-19 के कारण पुरुषों में सीमन की क्वॉलिटी पर काफी बुरा असर पड़ता है (Coronavirus affects sperm)।
हाल ही में कोविड-19 पर हुई एक रिसर्च के अनुसार ये वायरस पुरुषों में स्पर्म की क्वालिटी को काफी हानि पहुंचाता है। इस स्टडी के मुताबिक पटना स्तिथ एम्स मेडिकल इंस्टिट्यूट में 30 मरीज़ों को शामिल किया गया जिनकी आयु 19 वर्ष से लेकर 43 वर्ष तक थी। यह रिसर्च दिसंबर 2020 से लेकर अप्रैल 2021 तक चली जिसमें यह सामने आया कि कोरोना वायरस की वजह से सीमन कि क्वालिटी पर बुरा असर पड़ता है।
इस रिसर्च में मरीज़ का पहला टेस्ट टेस्ट कोरोना इंफेक्शन के तुरंत बाद किया गया और दूसरा टेस्ट इंफेक्शन होने के लगभग तीन महीने के बाद हुआ जिसमें सभी मरीजों के सीमन को इकट्ठा किया गया था। टेस्ट के बाद आये नतीजों में सीमन की क्वालिटी को काफी ख़राब पाया गया और रिपोर्ट्स कि मानें तो 30 में से 40 फीसदी पुरुषों में स्पर्म काउंट कम था और वहीं 40 फीसदी पुरुषों में से 10 फीसदी पुरुषों में यह समस्या तीन महीने पुरे होने क बाद भी पायी गयी (Coronavirus affects sperm)।
कोरोना को लेकर हुई इस स्टडी में स्पर्म कि जिन तीन मुख्य तरीकों से जांच की गई वो है स्पर्म की संख्या, स्पर्म का आकार और स्पर्म की गतिशीलता। इस स्टडी के मुताबिक पहले सीमन सैंपलिंग में 30 में से 12 पुरुषों का स्पर्म काउंट कम पाया गया और टेस्ट के दो ढाई महीने बाद भी 10 फीसदी पुरुषों में सीमन की संख्या काफी कम थी।
यह भी पढ़ें: Bigg Boss 16: टीना दत्ता पर बुरी तरह भड़के सलमान खान, शालीन भनोट ने कहा, "उस पर कठोर मत बनो"
आकड़ों कि मानें तो पहली सैंपलिंग में 30 में से 10 पुरुषों में सीमन का वॉल्यूम 1.5ml से भी कम पाया गया, जिसे आमतौर पर 1.5 से 5 ml होना चाहिए।
यह भी पढ़ें: Himachal Pradesh Weather: बिलासपुर में टूटा ठंड का रिकॉर्ड, बारिश न होने से लोग हो रहे परेशान