10 सालों की मेहनत के बाद भी एक भी Electric Car नहीं बना पाई एप्पल कंपनी, इस वजह से करना पड़ा बंद!
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10 सालों की मेहनत के बाद भी एक भी Electric Car नहीं बना पाई एप्पल कंपनी, इस वजह से करना पड़ा बंद!

Apple Electric Cars: अपने i-Phone से लोगों को दिल जीतने वाली एप्पल कंपनी Electric Car बनाने में फेल हो गई है. उसने इस प्रोजेक्ट को बंद करने का ऐलान कर दिया है. एप्पल कंपनी Electric Car में एलन मस्क की टेस्ला को टक्कर देना चाहती थी. 

10 सालों की मेहनत के बाद भी एक भी Electric Car नहीं बना पाई एप्पल कंपनी, इस वजह से करना पड़ा बंद!

Apple Failed in Electric Cars: अपने मोबाइल फ़ोन्स और गैजेट्स की वजह से पूरी दुनिया में मशहूर एप्पल कंपनी इलेक्ट्रिक कार बनाने में नाकाम साबित हो गई है. एप्पल अपनी पहली इलेक्ट्रिक कार 2028 में लॉन्च करने वाली थी, लेकिन अब वह इसपर काम नहीं कर रही है. 

10 सालों में नहीं बना पाई कोई फिजिकल प्रोटोटाइपः
इस प्रोजेक्ट पर एप्पल कंपनी पिछले 10 सालों से काम कर रही थी, लेकिन अब तक कंपनी ने इसका कोई फिजिकल प्रोटोटाइप भी तैयार नहीं कर सकी है. एप्पल ने इस प्रोजेक्ट का नाम 'टाइटन' रखा था, और एलन मस्क की टेस्ला की तरह वह भी मार्केट में इलेक्ट्रिक कार लेकर आना चाहती थी. 

2000 कर्मचारियों को किया AI डिवीजन में शिफ्टः
कंपनी के COO जेफ विलियम्स और वाइस प्रेसिडेंट इंचार्ज केविन लिंच ने इस बात की जानकारी मीडिया को दी और कहा कि "हम इस प्रोजेक्ट को बंद कर रहे हैं. वहीं इस प्रोजेक्ट से जुड़े करीब 2000 एम्प्लॉइज को हमलोग AI डिवीजन में शिफ्ट करने जा रहे हैं". कंपनी का दावा था कि हम लोग पूरी तरह से ऑटोमेटिक और वॉइस कमांड पर चलने वाली कार बनाना चाहते थे. जिसकी शुरुआत साल 2015 में हम लोगों ने की थी, इस प्रोजेक्ट में हमलोगों ने अरबों डॉलर इन्वेस्ट भी किया था. लेकिन हम लोग इसमें कामयाब नहीं हो पाए.

 

 

2028 में करना था मार्केट में लांचः
एप्पल कंपनी का कहना था कि अगर हम लोग इस प्रोजेक्ट में कामयाब हो जाते तो iCar को  2028 तक लांच कर देते, जिसकी मार्केट में कीमत करीब एक लाख डॉलर यानी करीब 82.90 लाख रुपये होती.

10 सालों में 4 बार हुआ लांचिंग रीशेड्यूलः 
एप्पल ने सबसे पहले साल 2019 में अपनी पहली EV को लांच करने की बात की थी, लेकिन इसकी तारीख लगातार बढ़ती गई. और इसे 2020, 2026, 2028  के रीशेड्यूल किया गया, जिसके बाद से लगातार कंपनी के CEO टीम कुक पर प्रोजेक्ट बंद करने का दबाव बढ़ रहा था.

 

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