Israel Hostages: हमास की कैद में इज़राइली कैदी बुरे हालात में है. रिपोर्ट्स के मुताबिक कई की आने वाले दिनों में मौत होने की भी संभावना है. पूरी खबर पढ़ने के लिए स्क्रॉल करें.
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Israel Hostages: हमास और इज़राइल के बीच जंग जारी है. इस बीच एक अहम जानकारी सामने आई है. हमास के जरिए बंधक बनाए गए कैदियों को हालत संजीदा है. एक सीनियर सेफ्टी ऑफिसर ने शुक्रवार को टीवी नेटवर्क चैनल 12 को बताया कि गाजा में हमास के जरिए बंधक बनाए गए कुछ लोगों की हालत गंभीर है और वे लंबे समय तक कैद में नहीं रह पाएंगे.
अधिकारी ने नाम न बताने की शर्त पर चैनल को बताया, "हम जानते हैं कि कुछ बंधकों को जिन हालातों में रखा गया है, और उनके शारीरिक और मानसिक हेल्थ को देखते हुए वे अधिक समय तक जीवित नहीं रह पाएंगे." अधिकारी ने दावा किया कि यह महज एक धारणा नहीं है और इजरायली सरकार के पास हालात के बारे में जानकारी है, जिससे यह साबित होता है कि बंधकों की हालत गंभीर है.
हमास ने 111 बंधक बनाए थे जिनमें से 39 की मौत हो चुकी है. बंधकों के बदले सीज़ फायर को कबूल करने का दबाव बढ़ रहा है, क्योंकि गाजा के खिलाफ जवाबी कार्रवाई भी जारी है, और युनाइटेड नेशन ने भी अवैध कब्जे के लिए इजरायल की निंदा की है. सुरक्षा अधिकारी ने चैनल को यह भी बताया, "यह सोचना गलत है कि उन्हें नोआ अरगामानी और ऑपरेशन में रिहा किए गए बंधकों की तरह अपेक्षाकृत अच्छी परिस्थितियों में रखा गया है."
वह जून में हुए एक बचाव अभियान का जिक्र कर रहे थे जिसमें आठ महीने की कैद के बाद चार बंधकों को काफी अच्छी स्थिति में रिहा कराया गया था. उन्होंने कहा, "यह तर्क कि वे 'पीड़ित हैं, लेकिन मर नहीं रहे हैं', जांच के दायरे में नहीं आता है," उन्होंने जुलाई में कैबिनेट बैठक के दौरान प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू की टिप्पणियों का जिक्र किया.
कतरी सरकारी मीडिया के जरिए पब्लिश बयान में कहा गया है, "यह वक्त गाजा के लंबे समय से पीड़ित लोगों और साथ ही लंबे समय से पीड़ित बंधकों और उनके परिवारों को तत्काल राहत पहुंचाने का है. युद्ध विराम और बंधकों और बंदियों की रिहाई के समझौते को अंतिम रूप देने का समय आ गया है."
कुछ ऐसे ही हालात फिलिस्तीनी बंधकों के भी हैं. इज़राइली कैद से रिहा हुए एक फिलिस्तीनी बंधक के मुताबिक इजराइल उन्हें काफी टॉर्चर करता है, कुत्तों से कटवाता है और कई दिन तक सोने नहीं देता है. इसके अलावा अलग-अलग तरह की प्रताड़ना देता है. इज़राइली कैद में कई फिलिस्तीनियों ने दम तोड़ा है.