गजा में नहीं थम रहा मौत का तांडव, इजराइल ने 8 स्कूलों पर किया हमला, 80 लोगों की मौत
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गजा में नहीं थम रहा मौत का तांडव, इजराइल ने 8 स्कूलों पर किया हमला, 80 लोगों की मौत

Israel Hamas War Update: गजा में जारी हिंसा के बीच संयुक्त राष्ट्र में फिलिस्तीन के दूत रियाद मंसूर ने संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद (यूएनएससी) को बताया कि गाजा पर इसराइल का युद्ध "इतिहास में सबसे बड़ा नरसंहार" है.  

गजा में नहीं थम रहा मौत का तांडव, इजराइल ने 8 स्कूलों पर किया हमला, 80 लोगों की मौत

Israel Hamas War Update: गजा में पिछले साल 7 अक्टूबर 2023 से हिंसा जारी है. इस बीच इसराइल पर गंभीर इल्जाम लगा है. पिछले 10 दिनों में इसराइल ने कम से कम 10 रिफ्यूजी कैंप पर हमला किया है. जिसमें 8 स्कूल शामिल है. इस हमले में सबसे ज्यादा मासूम बच्चे मारे गए हैं. गजा शहर में काहिरा स्कूल पर इसराइल हमला किया है, जिसमें कम से कम तीन बच्चों समेत 9 लोगों की मौत हुई है. वहीं, UNRWA के प्रमुख फिलिप लेज़ारिनी ने इसराइल पर गंभीर इल्जाम लगाते हुए कहा है कि गजा में जंग के सभी नियम तोड़ दिए गए हैं.

80 लोगों की हुई मौत
मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक, इसराइली हमलों में पिछले तीन दिनों में 80 लोगों की मौत हुई है, जिसमें सबसे ज्यादा बच्चे और महिलाएं शामिल हैं. मीडिया रिपोर्ट में दावा किया गया है कि इसराइल सबसे सुरक्षित इलाके को भी निशाना बना रहा है. जिससे गाजा में ज्यादा लोग मारे जा रहे हैं. 16 जुलाई को इसराइल ने खान यूनिस में मौजूद नसर अस्पताल के आसपास के इलाकों में बमबारी की थी, जिसमें 17 लोगों की मौत हुई थी.

इतिहास का सबसे बड़ा नरसंहार
वहीं, संयुक्त राष्ट्र में फिलिस्तीन के दूत रियाद मंसूर ने संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद (यूएनएससी) को बताया कि गजा पर इसराइल का युद्ध "इतिहास में सबसे बड़ा नरसंहार" है. UNSC में वाशिंगटन के दूत ने कहा कि परिषद के जरिए मांग किए जाने के करीब चार महीने बाद गाजा में तत्काल सीजफायर अपनाने के लिए बातचीत आगे बढ़ी है. 

अबतक इतने लोगों की हुई है मौत
वाजेह हो कि हमास ने इसराइल पर 7 अक्टूबर को हमला किया था. जिसमें कम से कम 1200 लोगों की मौत हुई थी. जबकि हजारों की संख्या में लोग जख्मी हुए थे. इसके बाद इसराइल ने गाजा पर हमला कर दिया. इस हमले में अबतक कम के कम 38,794 लोग मारे गए हैं और 89,364 घायल हुए हैं. जिसमें सबसे ज्यादा महिलाएं और बच्चे शामिल है. 

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