Pakistan News: पाकिस्तान में इन दिनों आतंकवादियों के खिलाफ अभियान तेज हो गया है. यहां पुलिस आतंकवादियों पर सख्त कार्रवाई कर रही है. सोमवार को पुलिस ने यहां दो आतंकवादियों को मार गिराया है.
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Pakistan News: पाकिस्तान की आतंकवाद-रोधी पुलिस ने सोमवार को उत्तर-पश्चिमी खैबर पख्तूनख्वा प्रांत में मुठभेड़ में दो संदिग्ध आतंकवादियों को मार गिराया. पुलिस ने बन्नू जिले के लाली खेल गांव के पास शामदी कल्ले में एक होटल के पास मोटरसाइकिल सवार दो लोगों को घेर लिया. पुलिस ने बताया कि हमलावर मोटरसाइकिल छोड़कर पैदल ही भाग गए और मंडियो इलाके के एक घर में छुप गए. इसके बाद हुई गोलीबारी में दो संदिग्ध आतंकवादी मारे गए. उनकी पहचान सफीर उर्फ हमजा और खबीब खान के रूप में हुई है.
बन्नू की थी तलाश
बन्नू का आतंकवाद निरोधी विभाग कई मामलों में दोनों की तलाश में था. वहीं, एक अलग मामले में, बन्नू जिले के मामाखेल क्षेत्र में अज्ञात हमलावरों ने एक पुलिस उपनिरीक्षक की गोली मारकर हत्या कर दी. पुलिस ने इलाके की घेराबंदी कर दी है और अपराधियों को पकड़ने के लिए तलाशी अभियान शुरू कर दिया है.
आईएसपीआर का बयान
आईएसपीआर के मुताबिक, आतंकवादियों से हथियार और गोला-बारूद जब्त किया गया, जो "सुरक्षा बलों के खिलाफ आतंकवादी गतिविधियों के साथ-साथ निर्दोष नागरिकों की हत्या में सक्रिय रूप से शामिल थे." आईएसपीआर के बयान में कहा गया है, "इलाके में पाए जाने वाले किसी भी दूसरे आतंकवादी को खत्म करने के लिए सफाई अभियान चलाया जा रहा है, क्योंकि पाकिस्तान के सुरक्षा बल देश से आतंकवाद के खतरे को खत्म करने के लिए दृढ़ हैं."
आतंकवादियों के खिलाफ अभियान
जुलाई में, सरकार ने एक अधिसूचना के जरिए प्रतिबंधित तहरीक-ए-तालिबान पाकिस्तान (TTP) को फितना अल ख़वारिज नाम दिया, जबकि सभी संस्थाओं को पाकिस्तान पर आतंकवादी हमलों के अपराधियों का उल्लेख करते वक्त ख़ारिजी (बहिष्कृत) शब्द का उपयोग करने का आदेश दिया. शनिवार को खैबर पख्तूनख्वा के तीन जिलों में मुठभेड़ में छह सैनिक शहीद हो गए और 22 आतंकवादी मारे गए.
आतंकी हमले को नाकाम किया
आईएसपीआर की ओर से जारी बयान में कहा गया है कि मुठभेड़ शुक्रवार और शनिवार को हुई थी. इसमें कहा गया है कि सुरक्षा बलों ने थल जिले में एक सुरक्षा चौकी पर आतंकवादी हमले को नाकाम कर दिया और तीन लोगों को मार गिराया. आईएसपीआर ने कहा, "हालांकि, भीषण गोलीबारी के दौरान, छह बहादुर धरतीपुत्रों ने बहादुरी से लड़ते हुए अपना सर्वोच्च बलिदान दिया और शहादत को गले लगा लिया."