Karnaprayag Qabristan Vivad: उत्तराखंड कर्णप्रयाग में कब्रिस्तान की जमीन का मामला दिनों दिन गरमाता जा रहा है. विहिप इस कब्रिस्तान को दूसरी जगह शिफ्ट करने की मांग को लेकर पिछले कई दिनों से धरना प्रदर्शन कर रहा है. एसडीएम जांच के लसिए एक टीम गठित कर दी है. मामले की गंभीरता को देखते हुए आज व्यापार संघ ने विपिहप के प्रदर्शन को खत्म करने की मांग की है.
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Karnaprayag: देशभर में हिन्दू संगठनों के द्वारा मुसलमानों के खिलाफ लगातार गलत वातावरण बनाकर धार्मिक माहौल भड़काया जा रहा है. उत्तराखंड के कर्णप्रयाग कस्बे में कब्रिस्तान को दूसरी जगह शिफ्ट किये जाने को लेकर विश्व हिन्दू परिषद के कार्यकर्ता पिछले कई दिनों से धरना कर रहे हैं. विहिप के इस धरना प्रदर्शन का 'कर्णप्रयाग व्यायापार संघ' ने खुलकर विरोध किया है. इसे लेकर व्यापारियों ने आज एसडीएम से मिलकर विहिप के धरने को हटाने की मांग की है. संघ अध्यक्ष ने कहा कि अगर जल्द प्रशाषन द्वारा विहिप का धरना नहीं हटाया गया तो कल से भूख हड़ताल शुरू कर देंगे.
विहिप के द्वारा कब्रिस्तान को हटाए जाने को लेकर धरने पर बैठे विश्व हिंदू परिषद के खिलाफ व्यापारी एक हो गए हैं. व्यापारियों ने आज एसडीएम कर्णप्रयाग से मिलकर विहिप के लोगों पर शहर में धार्मिक माहौल को खराब करने का आरोप लगाया है. संघ अध्यक्ष बीरेन्द्र मिंगवाल ने कहा अगर जल्द मुख्य बाजार से विहिप का धरना नहीं हटवाया गया तो मैं भूख हड़ताल पर बैठ जाऊंगा.
VHP की क्या है मांग?
वहीं, कब्रिस्तान के खिलाफ धरने पर बैठे विहिप के जिलाध्यक्ष का कहना है कि कब्रिस्तान के नाम जो जमीन है उससे कई गुना ज्यादा पर मुस्लिम समुदाय के लोगों ने कब्जा किया है. लिहाजा यह जमीन कब्जा मुक्त कर कब्रिस्तान को दूसरी जगह शिफ्ट किया जाना चाहिए.
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मुसलमानों ने क्या कहा?
दूसरी तरफ, कर्णप्रयाग में कई सालों से रह रहे सौकत अहमद हुसैन फारूकी का कहना है कि हम लोग कई पीढ़ियों से कर्णप्रयाग में रह रहे हैं. हमारा यह कब्रिस्तान कोई नया नही है. यहां पर हमारे पुरखों को दफनाया गया है. लेकिन कुछ लोग यहां धार्मिक माहौल को खराब कर कब्रिस्तान की जमीन पर कब्जा करना चाहते हैं.
जांच के लिए टीम गठित
वहीं, एसडीएम कर्णप्रयाग ने कहा कि कब्रिस्तान के जमीन की जांच के लिए टीम गठित कर दी गई है.अगर कोई शहर की शांति भंग करने की कोशिश करता है तो कार्रवाई की जाएगी.