Bihar IAS Harjot Kaur Viral Video: सोशल मीडिया पर एक आईएएश अधिकारी का वीडियो काफी वायरल हो रहा है. जिसमें वह लड़की को कहती नजर आ रही हैं कि कल जब परिवार नियोजन की बात आएगी तो सरकार को कंडोम भी मुफ्त बाटने पड़ेंगे.
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Bihar IAS Harjot Kaur Viral Video: सैनेटरी पैड्स पीरियड्स के दौरान कई बीमारियों से बचाने में मददगार होते हैं. लेकिन देश में अभी भी एक बहुत बड़ा तबका है जो सेनेटरी पैड्स इस्तेमाल नहीं करता है. हेल्थ एक्सपर्ट्स पैड्स इस्तेमाल करने की सलाह देते हैं ताकि बीमारियों से बचा जा सके. एक वीडियो इंटरनेट पर तेजी से वायरल हो रहा है, जिसमें एक आईएएस अधिकारी सेनेटरी पैड को लेकर छात्रा का जवाब दे रही हैं. इस दौरान आईएएस अधिकारी इतना तक कह देते हैं कि मत दो वोट और बन जाओ पाकिस्तान.
सोशल मीडिया पर जो वीडियो वायरल हो रहा है उसमें एक लड़की बिहार की एक आईएएस जिनका नाम हरजोत कौर है उनसे सवाल करती नजर आ रही हैं. वीडियो में लड़की अधिकारी से कहती हैं कि क्या सरकरा 20-30 रुपयों के सेनेटरी पैड्स नहीं दे सकती है. लड़की का सवाल सुनते ही सभी लोग ताली बजाने लगते हैं. जिसपर अधिकारी कहती हैं कि क्या इस मांग का कोई अंत है? 20-30 रुपये का विस्पर भी दे सकते हैं, कल को जीन्स पैंट्स भी दे सकते हैं, और आखिर में जब परिवार नियोजन की बात आएगी तो मुफ्त में निरोध भी देना पड़ेगा.
A simple request for good quality sanitary pads (costing Rs 20-30) was met with a snarky response from Bihar’s IAS officer Harjot Kaur.
“Tomorrow you'll say the Govt can give jeans too. And why not some beautiful shoes after that… family planning method, nirodh too.” pic.twitter.com/b98VWA3b8H
— Marya Shakil (@maryashakil) September 28, 2022
आईएएस अधिकारी आगे कहती हैं कि सरकार से तुम्हें लेने की क्या जरूरत है. तुम खुद को इतना संपन्न करो. ये जो सोच है कि सरकार हमें 20 रुपये- 30 रुपये नहीं दे रही है यह बिलकुल गलत है. इस पर लड़की कहते हैं कि सरकार वोट मांगने भी तो आती है. जिसपर अधिकारी कहती हैं कि मत दो तुम वोट और बन जाओ पाकिस्तान
सेनेटरी पैड को लेकर लगातार जागरुकता फैलाई जा रही है. लेकिन क्या सही में महिलाएं सेनेटरी पैड का इस्तेमाल कर रही हैं? नेशनल फैमिली हेल्थ सर्वे के अनुसार देश में 15-24 साल की मात्र 43.5 फीसद महिलाएं ही पीरियड्स के दौरान हाइजेनिक मैथड का इस्तेमाल करती हैं. वहीं दूसरी ओर 15-24 साल की तकरीबन 50 फीसद महिलाएं पीरियड्स के दौरान कपड़े का इस्तेाल करती हैं.