PUSHPAK EXPRESS: 110 किमी की स्पीड से गुजरी ट्रेन, धमक से भरभराकर गिरा रेलवे स्टेशन
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PUSHPAK EXPRESS: 110 किमी की स्पीड से गुजरी ट्रेन, धमक से भरभराकर गिरा रेलवे स्टेशन

गनीमत रही कि इस हादसे में किसी शख्स की जान नहीं गई, लेकिन स्टेशन से होकर एक ट्रेन के गुजरने भर से इमारत के गिरने पर कई सवाल खड़े हो गए हैं. अवाम यह सवाल पूछ रही है कि क्या रेलवे की इमारत इतनी कच्ची और कमजोर थी, जो महज़ एक ट्रेन की धमक को बर्दाश्त नहीं कर पाई.

 

चांदनी स्टेशन की इमारत का गिरा हिस्सा

बुरहानपुर. मध्य प्रदेश के बुरहानपुर जिले में बुध की शाम एक अजीबो-गरीब हादसा पेश आया जिसका कभी तस्सवुर भी नहीं किया जा सकता था. हुआ यूं कि एक स्टेशन से हाई स्पीड पुस्पक एक्सप्रेस ट्रेन के गुजरने से स्टेशन की इमारत भरभराकर गिर गई. गनीमत रही कि इस हादसे में किसी शख्स की जान नहीं गई. लेकिन स्टेशन से होकर एक ट्रेन के गुजरने भर से इमारत के गिरने से कई सवाल खड़े हो गए हैं. अवाम यह सवाल पूछ रही है कि क्या रेलवे की इमारत इतनी कच्ची और कमजोर थी, जो महज़ एक ट्रेन की धमक को बर्दाश्त नहीं कर पाई. अगर इस हादसे में मुसाफिरों की जान चली जाती तो भला इसका जिम्मेदार कौन होता ? 
जानकारी के मुताबिक, हादसा बुध की शाम नेपानगर और असीगढ़ के बीच हुआ. यहां से पुष्पक एक्सप्रेस 110 किमी फी घंटा की रफ्तार से गुजर रही थी. शाम तकरीबन 4 बजे के आसपास ट्रन जैसे ही जंगल में वाके चांदनी रेलवे स्टेशन को क्रॉस किया तो स्टेशन की इमारत हिलने लगी और अचानक भरभराकर गिर गई. खुशकिस्मती से हादसे के वक्त वहां कोई मौजूद नहीं था, इस वजह से किसी की जान नहीं गई और न ही कोई शख्स जख्मी हुआ.   

बेहद डरावना था मंजर 
स्टेशन के आसपास मोजूद लोगों का कहना है कि बिल्डिंग के गिरने का मंजर बेहद अजीब और डरावना था. ट्रेन के गुजरने का कंपन इतना तेज था कि वहां पास में ही वाके स्टेशन अधीक्षक के दफ्तर की खिड़कियों के कांच टूट गए. इमारत गिरने की तेज आवाज से लोग अचानक डर गए. उन्हें लगा कि भूकंप आ गया है. जब लोगों ने बाहर निकलकर देखा तो इमारत का एक हिस्सा गिरा हुआ था और उसका मलबा आस-पास में बिखर चुका था. 

गाड़ियों की आमद-रफ्त आधे घंटे मुतासिर 
इस हादसे के बाद फौरन बाद आला अफसरान मौके पर पहुंच गए थे और उन लोगों ने हालात का जायजा लिया. हादसे के बाद पुष्पक एक्सप्रेस को करीब 1 घंटे के लिए रोक दिया गया. स्टेशन से बुरहानुपर और खंडवा रूट पर चलने वाली गाड़ियां 30 मिनट तक मुतासिर हुईं. 

डीआरएम बोले, ज्यादा नुकसान नहीं हुआ
भुसावल के डीआरएम विवेक कुमार गुप्ता ने बताया कि हादसे में ज्यादा नुकसान नहीं हुआ. किसी इंसान के घायल होने की भी खबर नहीं है. चांदनी स्टेशन की यह बिल्डिंग साल 2007 में तामीर की गई थी. स्टेशन के इमारत का एक हिस्सा टूटा है. इस रूट से गुजरने वाली सभी ट्रेनें वक्त से चल रही है.  

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