Deoghar Airport dispute: देवघर एयरपोर्ट के एयर ट्रैफिक कंट्रोल यूनिट में जबरन घुसकर नियम के विरूद्ध अपने जेट विमान को उड़ने की अनुमति लेने के आरोपों में घिरे भाजपा के दो सांसदों सहित 9 लोगों के खिलाफ दर्ज एफआईआर को झारखंड हाईकोर्ट ने निरस्त कर दिया है.
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रांचीः झारखंड हाईकोर्ट ने देवघर एयरपोर्ट से चार्टर्ड प्लेन की उड़ान के लिए एयर ट्रैफिक कंट्रोल में घुसकर कथित तौर पर जबरन क्लीयरेंस लेने के एक पुराने इल्जाम में भाजपा के दो सांसदों निशिकांत दुबे, मनोज तिवारी और दिल्ली के भाजपा नेता कपिल मिश्रा सहित नौ लोगों के खिलाफ दर्ज एफआईआर को निरस्त करने का आदेश दिया है.
यह घटना 31 अगस्त 2022 को हुई थी, जब इसे लेकर देवघर एयरपोर्ट की सिक्योरिटी में तैनात डीएसपी सुमन अमन की शिकायत पर देवघर जिले के कुंडा थाने में इन सभी के खिलाफ एफआईआर दर्ज कराई गई थी. बाद में इस एफआईआर को रदद् करने की मांग को लेकर सांसद निशिकांत दुबे ने हाईकोर्ट का दरवाजा खटखटाया था.
एयर ट्रैफिक कंट्रोल में क्या हुआ था उस दिन
एफआईआर में कहा गया था कि 31 अगस्त की शाम भाजपा सांसद निशिकांत दुबे और मनोज तिवारी सहित कई लोग बिना इजाजत एटीसी में अंदर घुस गए थे और कर्मचारियों पर दबाव डालकर चार्टर्ड प्लेन के टेक ऑफ के लिए क्लीयरेंस हासिल कर लिया था, जबकि देवघर एयरपोर्ट में नाइट टेक ऑफ और लैंडिंग की सुविधा उपलब्ध नहीं थी. ऐसे में यह सुरक्षा नियमों का उल्लंघन था. लो विजिबिलिटी और खराब मौसम की वजह से सूर्यास्त के बाद सामान्य तौर पर एयरक्राफ्ट को एटीसी क्लीयरेंस नहीं दिया जाता है.
नेताओं ने सुरक्षा मानकों की उड़ाई थी धज्जियां
डीएसपी सुमन अमन ने अपनी शिकायत में लिखा था कि जब वह एटीसी कंट्रोल रूम पहुंचे तो वहां एयरपोर्ट के डायरेक्टर संदीप ढींगरा और चार्टर्ड प्लेन के पायलट पहले से मौजूद थे. उस वक्त चार्टर्ड प्लेन के पायलट वहां मौजूद कर्मियों पर दबाव डाल रहे थे कि चार्टर्ड प्लेन के यात्रियों को आज ही वापस जाना जरूरी है, इसलिए इसलिए उन्हें उड़ान का क्लीयरेंस दिया जाए. कुछ देर बाद कंट्रोल रूम में सांसद और उनके दोनों पुत्र भी वहां पहुंच गए. एयरपोर्ट संचालन के सुरक्षा मानकों का उल्लंघन करते हुए इन लोगों ने एटीसी में एंट्री की थी. डीएसपी अमन ने सीसीटीवी फुटेज का भी हवाला दिया था.
सांसद की दलील से कोर्ट मुतमइन
इस मसले पर हुई सुनवाई के दौरान आरोपी सांसद के दुबे के वकील ने कोर्ट को बताया था कि हादसे वाले दिन सन सेट का टाइम 6ः03 बजे था. फ्लाइट उसके आधा घंटा बाद उड़ सकती है, ऐसा नियम है. फ्लाइट 6 बज कर 17 मिनट पर उड़ी थी और नियमों के मुताबिक इसे 6ः33 मिनट तक उड़ाया जा सकता था. सनसेट के आधे घंटे बाद भी टेक ऑफ हो सकता है. निशिकांत दुबे की तरफ से इस केस में अधिवक्ता प्रशांत पल्लव और पार्थ जालान ने पैरवी की थी.
क्यों गए थे सब देवघर एयरपोर्ट
गौरतलब है कि भाजपा सांसद निशिकांत दुबे, मनोज तिवारी, भाजपा नेता कपिल मिश्रा सहित पार्टी के कई लोग दुमका में पेट्रोल छिड़क कर जला दी गई एक लड़की के परिवार से मिलने 31 अगस्त को उसके घर पहुंचे थे. दुमका से सभी शाम साढ़े 5 बजे देवघर एयरपोर्ट पहुंचे थे और उसके बाद चार्टर्ड प्लेन से सभी को दिल्ली वापस जाना था, लेकिन शाम होने के कारण कंट्रोल रूम ने उनके विमान को उड़ाने की अनुमति देने से इंकार कर दिया था. ]
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