उत्तराखंड से एक हैरान कर देने वाला मामला सामने आया है, जहां एक बाप ने अपनी दो बेटियों को झाड़-फूंक के चक्कर में मौत के घाट उतार दिया. पुलिस मामले की जांच कर रही है.
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उत्तराखंड के उधमसिंहनगर की पुलिस ने एक बड़े मामले का खुलासा किया है. पुलिस ने बताया की 25 नवंबर को कोतवाली काशीपुर से जानकारी मिली कि कि यहां मौजूद खालिक कालौनी काशीपुर में अली हसन उर्फ सूरज के घर में दो सगी बहनों की लाश पड़ी है. इसकी सूचना पर पुलिस पहुंची. वहां जाकर पता चला कि अली हसन के घर के अन्दर दो अलग-अलग चारपाईयों पर उसकी पुत्रियों के शव विक्षिप्त अवस्था में रखे हैं. शवों से दुगंध आ रही थी. एक लड़की की पहचान फरीन (19) और दूसरी लड़की की पहचान यासमीन (11) के बतौर हुई है. शवों को पोस्टमार्टम के लिए भिजवाया गया. इस मामले में आस-पास के लोगों से पूछताछ की तो आस-पास के लोगों ने बताया कि अली हसन के परिवार का कोई भी सदस्य विगत 3-4 दिनों से घरों से बाहर नहीं आया है. इसके अलावा उनके घर से चीखने चिल्लानें की आवाजें आ रही थीं.
सीनियर पुलिस अधीक्षक
वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक ने बताया की डबल मर्डर केस में पूछताछ के दौरान यह भी बात सामने आई कि अली हसन उर्फ सूरज और उसका परिवार तंत्र-मन्त्र पर काफी विश्वास रखता है. अली हसन के परिजनों ने बताया कि उनके घर पर किसी बाहरी हवा एंव चुड़ैल का साया है, जिसने उसकी दोनों बेटियों फरीन और यासमीन को अपनी पकड़ में ले रखा है. उनके शरीर से तांत्रिक विद्या के माध्यम से चुड़ैल/उपरी हवा के साये को बाहर निकालनें के लिए अली हसन अपनी दोनों बेटियों को भूखा-प्यासा रख कर तरह-तरह की यातनाएं दे रहा था. अली हसन ने अपने परिवार के साथ मिलकर उपचार के नाम पर मारपीट कर फरीन व यासमीन का कत्ल कर दिया.
बाप ने क्या कुबूल किया?
सीनियर पुलिस अधीक्षक डॉक्टर मंजूनाथ टीसी ने बताया कि चौकी प्रभारी उ०नि० श्री सुनील सुतेड़ी के बयान और आसपास के लोगों के बयानों के आधार अली के खिलाफ एफआईआर दर्ज की गई है. अली हसन के खिलाफ पर्याप्त साक्ष्य होने पर आज उससे थाने में पूछताछ की गई. पूछताछ मे अली हसन ने कुबूल किया कि उनकी बेटियों पर काफी दिनों से बाहरी हवा/चुड़ैल का साया था.
परिवार वालों का चल रहा इलाज
अली के मुताबिक उसने खुद ही तांत्रिक विद्या द्वारा उनके शरीर से उपरी हवा/चुड़ैल का साया निकालने के लिये उन्हें कई दिनों से भूखा प्यासा रखकर तरह-तरह की शारीरिक व मानसिक यातनाएं दीं. उनकी हत्या करने की बात कबूल की. इसके बाद उन्हें गिरफ्तार किया गया. उनके परिवार के दूसरे सदस्य हुसैन जहाँ (पत्नी), फरमान (पुत्र), मो० रिजवान (पुत्र), अरमान (पुत्र), साईन (पुत्री) की मानसिक स्थिति सही न होने के कारण उन्हें मानसिक उपचार करने के लिए सुशीला तिवारी अस्पताल हल्द्वानी भर्ती कराया गया है, जहाँ परिवार के लोग इलाजरत है.