लखनऊ: ईद उल फित्र मुसलमानों के लिए सबसे ज्यादा खुशी का दिन होता है. रमज़ान के रोज़े पूरा केरने बाद मुसलमान इल दिन को अल्लाह की तरफ से एक इनाम के तौर पर मनाने है. पने रिश्तेदारों, दोस्तों और पड़ोसियों और वतन के दूसरे भाइयों से मिलते हैं, लेकिन पिछले साल की तरह इस साल भी कोरोना के सबब ये तेहवार फीकी होती नज़र आ रही है.
पूरे मुल्क में फैले कोरोना हुकूमत की तरफ से कई रियासतों में लॉकडाउन लगाए गए हैं और वहीं सोशल डिस्टेंसिंग पर बार बार अमल करने की तलकीन की जा रही है, इसके मद्देनज़र इस्लामिक सेंटर ऑफ इंडिया ने कोरोना के सबब ईद का त्यौहार मनाने के हवाले से एडवाइजरी की है.
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जानिए इस एडवाइज़री की अमह बातें
- ईद उल फितर सादगी से मनाई जाए
- नए कपड़ों की जगह सबसे बेहतर कपड़े पहने जाए
- ईद के बजट का 50 फीसदी गरीबों में बांटे
- नमाज बाद कोरोना के खात्मे के लिए खास दुआ करें
- ईद पर घर में रहे और किसी से मिलने ना जाए
- किसी से भी ना हाथ मिलाएं और ना ही गले मिले
- इस ईद सोशल मीडिया और फोन से दे मुबारकबाद
- ईद पर सभी सुन्नत अमल अदा करें
- नमाज़ से पहले गरीबों को 50 रुपए सदका ज़रूर दें
- मस्जिद में पांच लोग ही ईद की नमाज़ अदा करें
- घर पर कम से कम चार पुरुष जमात बनाकर ईद की नमाज़ पढ़ें
- इससे कम होने पर चार रकात चाश्त की नमाज़ अकेले पढ़ें
- ईद की नमाज़ को 6 ज़ायद तकबीरों के साथ अदा करें
- ईद की नमाज़ के बाद खुतबा पढ़ना सुन्नत है
- पहले ख़ुतबे में सुरह फातिहा और इखलास पढ़ें
- दूसरे ख़ुतबे में दुरुद शरीफ के साथ कोई दुआ अरबी में पढ़ना होगी
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