लोकसभा सैक्रट्रेट की तरफ से जारी एक विज्ञप्ति में कहा गया कि नए संसद भवन का डिजाइन अहमदाबाद के मैसर्स एचसीपी डिजाइन और मैनेजमेंट प्राइवेट लिमिटेड के ज़रिए तैयार किया गया है
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नई दिल्ली: प्रधानंत्री नरेंद्र मोदी आज नए संसद भवन का संगे बुनियाद रखेंगे और भूमिपूजन में हिस्सा लेंगे. इंडिया गेट के पास सेंट्रल विस्टा कार्यक्रम के तहत बन रहे नए भवन के इस प्रोग्राम में बस प्रतीकात्मक तौर पर शिलान्यास होगा लेकिन इसका तामीरी काम अभी नहीं शुरू हो सकता है क्योंकि इससे मुतअल्लिक एक अर्ज़ी पर सुप्रीम कोर्ट में सुनवाई चल रही है.
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नया भवन 64500 स्क्वायर मीटर में चार मंजिला बनेगा जिसकी कुल खर्च 971 करोड़ रुपये बताया जा रहा है. नए भवन में लोकसभा हाउस में कुल 888 मेंबरों के बैठने की सलाहियत होगी, वहीं ज्वाइंट सेशन में इसे 1224 मेंबरों तक बढ़ाने का ऑप्शन भी रखा जाएगा.
वहीं अगर राज्यसभा की बात करें तो कुल 384 में बैठ सकेंगे और मुस्तबिल को ध्यान में रखते हुए इसमें भी जगह बढ़ाने का ऑप्शन रखा जाएगा. उम्मीद की जा रही है कि 2024 तक यह बन कर तैयार हो जाएगी. फिलहाल लोकसभा हाउस में कुल 543 तो राज्यसभा में 245 मेंबर बैठ सकते हैं.
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लोकसभा सैक्रट्रेट की तरफ से जारी एक विज्ञप्ति में कहा गया कि नए संसद भवन का डिजाइन अहमदाबाद के मैसर्स एचसीपी डिजाइन और मैनेजमेंट प्राइवेट लिमिटेड के ज़रिए तैयार किया गया है और इसकी तामीर टाटा प्रोजेक्ट्स लिमिटेड द्वारा किया जाएगा.
इस भवन में आला क्वालिटी (उच्च गुणवत्ता) वाली आवाज, ऑडिया विजुअल फैसिलिटी, बैठने के लिए आरामदायक इंतेज़ाम होगा. इमारत में हिफाज़त के लिए आला और बेहतरीन पैमानों का इस्तेमाल किया जाएगा. भवन में संविधान हॉल शामिल है जो आम जनता के लिए खुला होगा. साथ ही लाइब्रेरी, कई मीटिंग हॉल, इमरजेंसी एग्ज़िट की सहूलत होगी. यह इमारत भूकंपरोधी होगी.
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मौजूदा संसद भवन की बात करें तो इस बिल्डिंग को एक म्यूज़ियम के तौर पर रखा जाएगा और उसमें काम भी चलता रहेगा. लोकसभा स्पीकर ने बताया कि इस भवन ने मुल्क को बदलते देखा है, ऐसे में वो मुस्तकबिल के लिए सबक देता रहेगा.
बता दें कि भवन अंग्रेजों ने बनवाया था, 12 फरवरी 1921 को इसकी नींव रखी गई और 1927 में जाकर ये तैयार हुआ. इस बिल्डिंग को दुनिया के सबसे बेहतरीन इंफ्रास्ट्रक्चर के तौर पर देखा जाता है. तब इस भवन को बनाने में कुल 83 लाख रुपये का खर्च आया था.
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