तमिलनाडू में छात्रों की आत्महत्या के बाद सरकार ने लिया बड़ा फैसला, स्कूलों में होगी विशेषज्ञों की नियुक्ति
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तमिलनाडू में छात्रों की आत्महत्या के बाद सरकार ने लिया बड़ा फैसला, स्कूलों में होगी विशेषज्ञों की नियुक्ति

तमिलनाडु में दो छात्रों के आत्महत्या करने के बाद सरकार ने फैसला किया है कि यहां स्कूलों में 800 विशेषज्ञों की तैनाती की जाएगी जो बच्चों को अलग-अलग मुद्दों पर मशवरा देंगे.

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चेन्नई: तमिलनाडु की सरकार ने एक अहम योजना शुरू की है. इसके तहत सरकार स्कूलों में कुछ विशेषज्ञ नियुक्त करेगी जो बच्चों को कई तरह की मुश्किलों से उबारने के लिए उन्हें परामर्श देंगे. सरकार, यह काम 'मनावर मनसु योजना' के तहत करेगी. सरकार विभिन्न स्कूलों में 800 डॉक्टरों की नियुक्ति करेगी. 

राज्य के स्कूल शिक्षा मंत्री अंबिल महेश पोय्यामोझी ने मंगलवार को एक बयान में कहा कि, "इस परियोजना को आधिकारिक तौर पर मुख्यमंत्री एम.के. स्टालिन बुधवार को लॉन्च करेंगें." शिक्षा मंत्री के मुताबिक "यह परियोजना छात्रों को किशोरावस्था के मुद्दों, पढ़ाई के दबाव, साथियों के दबाव और बच्चों में व्यवहार परिवर्तन से संबंधित मुद्दों पर तनाव के बीच मानसिक स्वास्थ्य में सुधार करने में मदद करेगी."

शिक्षा विभाग ने ऐसी पहल तब की है, जब दो छात्रों ने पढ़ाई से जुड़े दबाव के चलते आत्महत्या कर ली. तमिलनाडु में कल्लाकुरिची के एक निजी आवासीय स्कूल में प्लस टू के एक छात्र की आत्महत्या के बाद बड़े पैमाने पर विरोध प्रदर्शन हुए, जिसकी वजह से स्कूल में तोड़फोड़ की गई और स्कूल बसों के साथ-साथ पुलिस वाहनों को भी आग के हवाले कर दिया गया, जिससे कल्लाकुरिची और आस-पास के विल्लुपुरम जिलों में अशांति फैल गई.

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इस बीच, तिरुवल्लुर में सोमवार को एक निजी आवासीय स्कूल में एक दूसरे स्टूडेंट की आत्महत्या से इलाके में आक्रोश फैल गया. बच्चे के माता-पिता और रिश्तेदारों ने शव को लेने से इनकार कर दिया. 

पोय्यामोझी ने यह भी कहा कि, "कल्लाकुरिची शक्ति आवासीय विद्यालय के छात्रों को समायोजित करने के लिए आस-पास के स्कूलों के साथ चर्चा चल रही है" उन्होंने कहा कि "स्कूल में आगजनी और दंगों के दौरान, छात्र और शिक्षक दोनों के कई प्रमाण पत्र खो गए थे और राज्य सरकार ने उन सभी को डुप्लिकेट प्रमाण पत्र प्रदान करने के लिए कदम उठाए हैं."
'आईएएनएस'

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