UP में सरकारी खर्चे पर मनेगी दुर्गा सप्तशती और अखंड रामायण का होगा पाठ; आपस में भिड़ा सत्ता और विपक्ष
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UP में सरकारी खर्चे पर मनेगी दुर्गा सप्तशती और अखंड रामायण का होगा पाठ; आपस में भिड़ा सत्ता और विपक्ष

लखनऊः उत्तर प्रदेश की सरकार सरकारी खर्चे पर कुंभ जैसे बड़े आयोजन कराती रही है, जिसपर सरकार सैंकड़ों करोड़ रुपये खर्च करती है. अब उत्तर प्रदेश सरकार ने आने वाले नौ दिवसीय चैत्र नवरात्रि और रामनवमी त्योहारों के दौरान मंदिरों में सरकारी खर्चे पर पूजा-पाठ कराने का आदेश दिया है.

अलामती तस्वीर

लखनऊः उत्तर प्रदेश की सरकार सरकारी खर्चे पर कुंभ जैसे बड़े आयोजन कराती रही है, जिसपर सरकार सैंकड़ों करोड़ रुपये खर्च करती है. अब उत्तर प्रदेश सरकार ने आने वाले नौ दिवसीय चैत्र नवरात्रि और रामनवमी त्योहारों के दौरान मंदिरों में सरकारी खर्चे पर पूजा-पाठ कराने का आदेश दिया है. राज्य भर के स्थानीय प्रशासन से दुर्गा सप्तशती और अखंड रामायण के पाठ सहित विशेष धार्मिक और सांस्कृतिक कार्यक्रम आयोजित करने को कहा गया है.  चैत्र नवरात्रि 22 मार्च से शुरू हो रही है और रामनवमी 30 मार्च को मनाई जाएगी. वहीं, सरकार के इस आदेश के खिलाफ जहां विपक्षी पार्टिंयां विरोध में उतरकर एक खास वर्ग के तुष्टिकरण का आरोप लगाया है, वहीं हिंदूवादी और दक्षिणपंथी नेताओं ने सरकार के इस आदेश का स्वागत किया है. 

ब्लॉक, तहसील और जिला स्तर पर समिति गठित होगी  
गौरतलब है कि संस्कृति विभाग के प्रधान सचिव मुकेश मेश्राम ने 10 मार्च के एक आदेश में कहा है कि चैत्र नवरात्रि का विशेष महत्व है, जिसके दौरान नकारात्मक ऊर्जा को खत्म करने के लिए देवी दुर्गा के नौ स्वरूपों की पूजा की जाती है. इसलिए इस दौरान धार्मिक और सांस्कृतिक कार्यक्रमों का आयोजन किया जाना है. आदेश सभी जिलाधिकारियों और मंडलायुक्तों को भेज दिया गया है. वरिष्ठ अधिकारी ने स्थानीय प्रशासन से महिलाओं और लड़कियों की भागीदारी तय करने के लिए एक खास मुहिम के तहत मंदिरों और ’शक्तिपीठों’ में दुर्गा सप्तशती, देवी गान और देवी जागरण आयोजित करने को कहा है. इसके लिए प्रत्येक ब्लॉक, तहसील और जिले में एक आयोजन समिति गठित करने का आदेश दिया गया है.

प्रत्येक जिले को 1 लाख रुपये की सहायता 
आदेश के मुताबिक, संस्कृति विभाग इन कार्यक्रमों में प्रदर्शन के लिए चुने गए कलाकारों को मानदेय के रूप में भुगतान करने के लिए प्रत्येक जिले को 1 लाख रुपये उपलब्ध कराएगा. सरकार ने स्थानीय प्रशासन से इन कार्यक्रमों की तस्वीरें संस्कृति विभाग की वेबसाइट पर अपलोड करने को भी कहा है.

कांग्रेस ने किया पलटवार 
प्रदेश सरकार के नवरात्रि में दुर्गा सप्तमी रामनवमी पर अखंड रामायण पाठ जागरण माता की चौकी कराने के निर्देश पर कॉंग्रेस के आचार्य प्रमोद कृष्णम ने पलटवार किया है. आचार्य प्रमोद कृष्णम ने कहा कि सरकार के इस फैसले का मैं स्वागत करता हूं, लेकिन मेरा अनुरोध है की जिले के कप्तान जिले के एसएसपी जिले के जिला अधिकारी तहसीलदार आदि तमाम सरकारी दफ्तरों मैं रोजाना रामायण का पाठ होना चाहिए साथ ही विधानसभा लोकसभा में भी भगवान श्री राम की बड़ी मूर्ति लगानी चाहिए तभी तो यह हिंदू राष्ट्र जैसा दिखेगा.

इसमें कुछ भी नया नहीं हैः सरकार 
संस्कृति विभाग के प्रधान सचिव मुकेश मेश्राम ने कहा है कि इस आदेश में कुछ भी नया नहीं है, क्योंकि इससे पहले भी इस तरह के कार्यक्रम होते रहे हैं.

प्रदेश में तुष्टीकरण की राजनीति करने वाले ही इसका विरोध कर रहे हैंः भाजपा सांसद 
भाजपा सांसद विनोद सोनकर ने कहा कि एक सरकार के नाते व्यवस्था करना सरकार की जिम्मेदारी है लेकिन जिन लोगों ने प्रदेश में तुष्टीकरण की राजनीति की है, वही लोग आज विरोध कर रहे हैं जब चुनाव आते हैं तो यही लोग मंदिर जाते हैं. 

शक्ति की उपासना होनी चाहिएः केशव प्रसाद मौर्य 
डिप्टी सीएम केशव प्रसाद मौर्य ने कहा है कि सनातन धर्म को आगे बढ़ाने के लिए काम करना होगा और यह अच्छी बात है शक्ति की उपासना होनी चाहिए. नवरात्र में दुर्गा सप्तशती पर पाठ होगा सरकार ने आदेश जारी किया है. केशव प्रसाद मौर्य ने कहा अखिलेश यादव को भी सद्बुद्धि आए उन्हें भी पूजा पाठ में शामिल होना चाहिए.

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