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Map Of Human Brain: एक क्यूबिक मिलीमीटर बेहद छोटा होता है, लेकिन उसके भीतर एक पूरा संसार मौजूद हो सकता है. जी हां, इंसानी दिमाग के भीतर सिर्फ इतने ही हिस्से में इतना कुछ भरा है कि वैज्ञानिक दंग हैं. हार्वर्ड यूनिवर्सिटी के रिसर्चर्स ने इंसानी दिमाग के एक बेहद छोटे से हिस्से का सबसे डीटेल्ड 3D मैप तैयार किया है. इसके भीतर हर न्यूरॉन, ब्लड वेसल्स और सपोर्टिंग सेल्स नजर आ रही हैं. यह हमारे दिमाग के कुल आयतन का दस लाखवां भाग भर है. वैज्ञानिकों को उम्मीद है कि इस 3D मैप से न्यूरोलॉजिकल डिसऑर्डर्स, ब्रेन स्ट्रक्चर के बारे में नई-नई खोज हो पाएंगी. साथ ही हमारे व्यवहार की शुरुआत का पता भी चल सकता है. इंसानी दिमाग का यह 3D मैप देखते में बेहद घने जंगल जैसा नजर आता है जिसमें हजारों न्यूरॉन्स मौजूद हैं. जरा सोचिए, सिर्फ 1 क्यूबिक mm के 3D मैप का साइज 1.4 पेटाबाइट्स है. यानी हमारा दिमाग बड़े-बड़े सुपरकंप्यूटर्स को बड़ी आसानी से मात दे सकता है.
May 13,2024, 13:23 PM IST
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Solar Flares Blast 2024: सूरज की सतह पर लगातार धमाके हो रहे हैं. अमेरिकी स्पेस एजेंसी NASA ने इन सौर धमाकों की तस्वीरें जारी की हैं. नासा ने एक बयान में कहा, 'सूर्य ने 10-11 मई, 2024 को दो मजबूत सौर ज्वालाएं उत्सर्जित की. नासा की सोलर डायनेमिक्स ऑब्जर्वेटरी ने घटनाओं की तस्वीरें लीं.' 10 और 11 मई को हुए इन धमाकों की वजह से ताकतवर सौर ज्वालाएं निकलीं. जब इन सौर तूफानों का असर धरती पर हुआ तो बेहद खूबसूरत नजारा दिखा. रंग-बिरंगी रोशनी आसमान पर छा गई. उत्तरी यूरोप से लेकर ऑस्ट्रेलिया और भारत में भी कहीं-कहीं अरोरा लाइट्स दिखीं. खूबसूरती अपनी जगह मगर सौर तूफानों की वजह से धरती के तकनीकी इंफ्रास्ट्रक्चर को खतरा पैदा हो जाता है. जियोमैग्नेटिक तूफानों के चलते मैग्नेटिक फील्ड में फ्लक्चुएशन होता है जिससे पावर ग्रिड, कम्युनिकेशन नेटवर्क और सैटेलाइट ऑपरेशन बाधित हो सकते हैं.
May 13,2024, 10:51 AM IST
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Ancient Star Discovered: वैज्ञानिकों ने हमारी आकाशगंगा (Milky Way) के बाहर मौजूद सबसे पुराने तारों में से एक की खोज की है. ब्रह्मांड के शुरुआती दिनों में बना यह सितारा मिल्की वे की सैटेलाइट गैलेक्सी- लार्ज मैजेलेनिक क्लाउड (LMC) में स्थित है. LMC को करीब 2.4 बिलियन साल के भीतर मिल्की वे में मिल जाना है. वैज्ञानिकों ने यूरोपियन स्पेस एजेंसी के गैया स्पेस टेलीस्कोप के डेटा में LMC के पुराने तारों को खोजा. फिर उन्होंने चिली में मौजूद टेलीस्कोप की मदद से 10 ऐसे तारों की खोज की जिनमें बाकी तारों से करीब 100 गुना कम आयर्न मिला. इसका मतलब यह था कि ये तारे बेहद प्राचीन थे. LMC-119 नाम के तारे ने वैज्ञानिकों का ध्यान खींचा. रिसर्च के मुताबिक, LMC-119 कम से कम 13 बिलियन साल पुराना है. अगर तुलना करनी ही है तो जान लें कि ब्रह्मांड की आयु 13.8 बिलियन साल मानी जाती है. इस तारे पर रिसर्च से वैज्ञानिकों को उस समय के बारे में पता चला है जब हमारा सूर्य बना भी नहीं था. यूनिवर्सिटी ऑफ शिकागो में चली रिसर्च के नतीजे Nature Astronomy जर्नल में छपे हैं. (Photos : ESO/ESA/NASA)
Apr 25,2024, 15:43 PM IST
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