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Aaj Chand Dikhane ka Sahi Samay: करवा चौथ के दिन सुहागिन महिलाओं को चांद का बेसब्री से इंतजार रहता है. रात 8 बजे के बाद देश के कई हिस्सों में चांद दिखा, जिसके बाद सुहागिनों ने व्रत खोला. इससे पहले जैसे-जैसे चंद्रोदय का समय करीब आ रहा था, महिलाओं में बैचेनी बढ़ती जा रही थी. चंद्र देव के दर्शन के साथ और अर्घ्य के साथ ही महिलाओं ने अपने व्रत का पारण किया.आज चांद के दीदार को लेकर महिलाओं में अलग ही उत्साह देखने को मिलता है. बता दें कि करवा चौथ का व्रत हर साल कार्तिक माह के कृष्ण पक्ष की चतुर्थी तिथि के दिन रखा जाता है. इस दिन महिलाएं अपने पति की लंबी आयु और अखंड सौभाग्य की प्राप्ति के लिए करवा चौथ का व्रत रखती हैं. इस दिन महिलाएं निर्जला व्रत रखती हैं. व्रत का पारण चंद्रोदय के बाद चांद दर्शन और चंद्र देव को अर्घ्य देकर किया जाता है.
कई बार मौसम में बदलाव और आसमान में बादल होने के कारण महिलाओं को चांद का दीदार नहीं हो पाता. इसके लिए महिलाओं को काफी लंबा इंतजार करना पड़ता है. लेकिन इस बार मौसम साफ बताया जा रहा है और ऐसी उम्मीद बताई जा रही है कि चांद का दीदार सही समय पर होगा. चलिए जानते हैं दिल्ली, नोएडा, लखनऊ समेत आपेक शहर में कब दिखेगा चांद.
दिल्ली-एनसीआर में कब दिखेगा करवा चौथ का चांद
इस साल करवा चौथ के दिन दिल्ली में चांद 8 बजकर 15 मिनट पर निकलेगा.
नोएडा में चांद 8 बजकर 15 मिनट पर दिखाई देगा.
वहीं, गुरुग्राम में चांद निकलने का समय 8 बजकर 17 मिनट बताया जा रहा.
गाजियाबाद में चांद 8 बजकर 14 मिनट पर नजर आएगा.
अन्य शहरों में कब दिखेगा चांद
लखनऊ - 8 बजकर 05 मिनट पर नजर आएगा.
मुंबई - रात 8 बजकर 59 मिनट पर नजर आएगा.
चेन्नई - रात 8 बजकर 43 मिनट पर नजर आएगा.
आगरा - रात 8 बजकर 16 मिनट पर नजर आएगा.
कोलकाता - रात 7 बजकर 46 मिनट पर नजर आएगा.
भोपाल - रात 8 बजकर 29 मिनट पर नजर आएगा.
अलीगढ़ - रात 8 बजकर 13 मिनट पर नजर आएगा.
हिमाचल प्रदेश - रात 8 बजकर 07 मिनट पर नजर आएगा.
पणजी- रात 9 बजकर 04 मिनट पर नजर आएगा.
पटना- रात 7 बजकर 51 मिनट पर नजर आएगा.
चंडीगढ़ - रात 8 बजकर 10 मिनट पर नजर आएगा.
पुणे - रात 8 बजकर 56 मिनट पर नजर आएगा.
हैदराबाद - रात 8 बजकर 40 मिनट पर नजर आएगा.
भुवनेश्वर - रात 8 बजकर 02 मिनट पर नजर आएगा.
कानपुर - रात 8 बजकर 08 मिनट पर नजर आएगा.
करवा चौथ पर ऐसे दें चंद्रमा को अर्घ्य (Chandrama Aghya Vidhi)
ज्योतिष शास्त्र के अनुसार करवा चौथ के मौके पर महिलाएं 16 श्रृंगार करती हैं और गणपति, भगवान शिव, मां पार्वती और करवा माता की पूजा की जाती है. इसके बाद व्रत कथा पढ़ी और सुनी जाती है. रात में चंद्रोदय के समय पूजा की थाली में आटे का दीपक, फल, मिठाई, जल से भरे दो करवे और छलनी रख दें. चांद निकलने के बाद छलनी में आटे का दीपक रख लें और उत्तर पश्चिम दिशा में मुंह करके चंद्र देव को अर्घ्य अर्पित करें.
बता दें कि चंद्रमा को अर्घ्य देते समय "ज्योत्सनापते नमस्तुभ्यं नमस्ते ज्योतिषामपतेः नमस्ते रोहिणिकांतं अर्ध्यं मे प्रतिग्रह्यताम" इस मंत्र का उच्चारण करें.
ज्योतिष शास्त्र के अनुसार छलनी से पहले चांद को और फिर पति देव के दर्शन करें.
बता दें इसके बाद दूसरे करने से पहले पति को पानी पिलाए और फिर पति के हाथ से उसरी करवे से जल पीएं. इसके बाद व्रत का पारण करें. पराण में सात्विक भोजन ही ग्रहण करें. चंद्र देव की इस तरह पूजन करने से व्रत का पूर्ण फल मिलता है.
(Disclaimer: यहां दी गई जानकारी सामान्य मान्यताओं और जानकारियों पर आधारित है. ZEE NEWS इसकी पुष्टि नहीं करता है.)