Morari Bapu Fees: भारत महान साधु-संतों और गुरुओं का देश है. कुछ गुरुओं ने बहुत कम उम्र में ही खूब नाम कमाया और एक धर्म गुरु तो ऐसे भी हुए जिसने देश के सबसे बड़े घराने अंबानी परिवार के बेटों मुकेश और अनिल अंबानी के बीच संपत्ति बंटवारे की मध्यस्थता तक की थी.
Trending Photos
Morari Bapu ki Katha: महज 14 साल की उम्र से राम कथाचावक मोरारी बापू का नाम देश के प्रमुख धर्म गुरुओं में शुमार है. देश ही नहीं दुनिया के कई देशों में उनके फॉलोअर्स हैं. मोरारी बापू ने पहली रामकथा अपने जन्मस्थान गुजरात के भावनगर जिले के तलगाजरडा गांव में ही की थी. उसके बाद जो सफर शुरू हुआ तो वो आज भी जारी है. मोरारी बापू देश के अलावा दुनिया के तमाम देशों में भी रामकथा सुनाने जाते हैं और उनकी कथा को सुनने के लिए बड़ी तादाद में लोग आते हैं.
पीएम मोदी ने भी सुनानी है मोरारी बापू की कथा
मोरारी बापू की कथाओं को सुनने वालों में तमाम क्षेत्रों के दिग्गज शामिल हैं. फिर चाहे वो राजनेता हों, कवि हों या उद्योगजगत के लोग. यहां तक कि खुद पीएम मोदी भी मोरारी बापू की कथा में श्रोता के तौर पर शिरकत कर चुके हैं. उस समय मोदी गुजरात के सीएम थे. इसके अलावा भी पीएम मोदी मोरारी बापू से मुलाकात कर चुके हैं. इसके अलावा भी कई राजनेता उनकी रामकथा सुनने जाते हैं. साथ ही उनके विचारों से प्रभावित हैं.
मुकेश-अनिल अंबानी के प्रॉपर्टी बंटवारे में बने थे मध्यस्थ
चर्चित कथावाचक मोरारी बापू की पहुंच तमाम राजनेताओं और औद्योगिक घरानों तक है. उनके कद और लोकप्रियता का अंदाजा इस बात से भी लगाया जा सकता है कि जब मुकेश और अनिल अंबानी के बीच जब प्रॉपर्टी के बंटवारे को लेकर ठन गई थी, तब दोनों अंबानी भाइयों के झगड़े के बीच मोरारी बापू ही मध्यस्थ बने थे और उन्होंने इस मसले को सुलझाने में बहुत मदद की थी. इतना ही नहीं मोरारी बापू के अनुयायियों में कई बड़े उद्योगपति, सेलिब्रिटीज और मशहूर शख्सियतें भी शामिल हैं.
(Disclaimer: यहां दी गई जानकारी सामान्य मान्यताओं और जानकारियों पर आधारित है. ZEE NEWS इसकी पुष्टि नहीं करता है.)