एक्टर मीलिंद सोमण ने चीनी उत्पादों के खिलाफ सोशल मीडिया पर मुहिम शुरू करते हुए खुद को शॉर्ट वीडियो सर्विस टिक टॉक से किनारा कर लिया है.
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नई दिल्लीः एक्टर मीलिंद सोमण ने चीनी उत्पादों के खिलाफ सोशल मीडिया पर मुहिम शुरू करते हुए खुद को शॉर्ट वीडियो सर्विस टिक टॉक से किनारा कर लिया है. मीलिंद सोमण ने खुद इसकी जानकारी ट्विटर पर शेयर की है. इसके लिए उन्होंने सोनम वांगचुक का छोटा सा वीडियो भी शेयर किया है. सोनम वांगचुक ने आमिर खान को फिल्म 3 इडिएट्स में फुंसुख वांगडू का किरदार निभाने की प्रेरणा दी थी.
ऐसे की है अपील
54 साल के मीलिंद ने #BoycottChineseProducts नाम से एक मुहिम शुरू की है. इसी मुहिम का हिस्सा बनते हुए वांगचुक ने कहा है कि भारत से पांच लाख करोड़ का बिजनेस चीनी कंपनियां सालाना करती हैं. इस पैसे का इस्तेमाल चीन अपनी सेना की ताकत बढ़ाने और भारतीय सैनिकों को मारने के लिए करता है. अब वक्त आ गया है कि हम अपने वॉलेट की ताकत चीनी कंपनियों को दिखाना शुरू कर दें. 44 सेंकड का ये वीडियो वांगचुक ने लद्दाख में भारत-चीन सीमा पर उपजे विवाद के बाद जारी किया है.
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21 हजार लोगों ने किया रि-ट्वीट
मीलिंद के फिलहाल ट्विटर पर 91 हजार से अधिक फॉलोअर्स है. 29 मई को रात 8.30 बजे डाले गए इस वीडियों को अब तक 21 हजार लोगों ने रि-ट्वीट किया है, जबकि 61 हजार लोग इसको लाइक कर चुके हैं.
Am no longer on tiktok. #BoycottChineseProducts pic.twitter.com/QEqCGza9j7
— Milind Usha Soman (@milindrunning) May 29, 2020
बहिष्कार करें मेड इन चाइना उत्पादों का
शिक्षाविद् सोनम वांगचुक ने 'मेड इन चाइना' सामान का बहिष्कार कर उसकी आर्थिक हालत को खस्ता करने की मुहिम शुरू करने की बात कही. उन्होंने कहा चीन को सेना बुलेट से जवाब देगी लेकिन देश के नागरिक वॉलेट से जवाब दें.
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उन्होंने कहा, "मैं चीन-भारत के बीच जो टकराव की स्थिति बनी हुई है, उसमें पूरे देश की अपनी जिम्मेदारी निभानी होगी. देश के अनेक शहरों के नागरिकों को चीन की हरकत को समझकर उसका माकूल जवाब देना होगा. चीन अपने देश के अंदर की समस्याओं को सुलझाने की कोशिश कर रहा है. चीन के 140 करोड़ लोग बंधुआ मजदूर की तरह काम करते हैं. चीन इसी बात से डरता है कि कई ये लोग उसके खिलाफ बगावत न कर दें. चीन में तख्ता पलट हो सकता है, इसलिए चीन अपने पड़ोसी देशों से उलझकर, अपने देश की जनता को उलझाए रखना चाहता है."
चीन को अपनी जीडीपी की बड़ी चिंता है. मुझे लगता है कि भारत की बुलेट पावर से ज्यादा वॉलेट पावर चीन के खिलाफ जंग में ज्यादा काम आएगी. चीन के सामान को खरीदना बंद करें. हम लोग हर साल 5 लाख करोड़ रुपये का चीन का माल खरीदते हैं. इसी पैसे का इस्तेमाल चीन हमारे खिलाफ जंग के लिए कर रहा है. इसलिए हमारे देश के 130 करोड़ और देश से बाहर के 3 करोड़ लोग बॉयकट चाइना अभियान चला दें, तो चीन की आर्थिक हालत खस्ता हो जाएगी."