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नई दिल्ली: बिजनेस करने की इच्छा कई लोगों के मन में होती है लेकिन लागत का इंतजाम न हो पाने के कारण उनका बिजनेस करने का सपना अधूरा ही रह जाता है. लेकिन कुछ बिजनेस आइडिया ऐसे होते हैं, जिन्हें शुरू करने में लागत कम आती है और मुनाफा जमकर होता है. इनमें से कुछ बिजनेस आइडिया तो ऐसे हैं जिनमें रिस्क फैक्टर भी कम है. ऐसा ही एक बिजनेस है काजू की खेती का.
सूखे मेवे की श्रेणी में आने वाला काजू एक ऐसा प्रोडक्ट है, जो हर मौसम में खाया जाता है. साथ ही इसे बच्चों से लेकर बड़ों तक हर उम्र के लोग खाते हैं. यानी कि इसकी खपत भी अच्छी है. ऐसे में काजू के व्यापार से जुड़ना फायदे का सौदा है. इसके लिए काजू की खेती करना अच्छा विकल्प है. इसकी खेती करने में लागत भी कम आती है और मुनाफा भी अच्छा होता है.
काजू की खेती करके और काजू को बाजार में बेचकर तो आप लाखों रुपये की कमाई कर ही सकते हैं. इसके अलावा काजू के छिलके को भी बेच सकते हैं. दरअसल, काजू के छिलके का उपयोग पेंट और लुब्रिकेंट्स बनाने में होता है. यानी कि इस बिजनेस को करने में आपको अपने फाइनल प्रोडक्ट के दाम तो मिलेंगे ही, इससे बचा वेस्ट बेचकर भी अच्छी-खासी कमाई कर सकते हैं.
काजू की एक फसल को तैयार होने में 3 साल का समय लगता है. साथ ही यह गर्मी के मौसम में तेजी से बढ़ता है. ऐसे में यह समय इस बिजनेस को शुरू करने के लिए सही माना जा सकता है. इस बिजनेस की एक खास बात ये भी है कि इसके पौधे को लगाने के बाद कई सालों तक आपको दोबारा पौधा लगाने की जरूरत नहीं पड़ती है. एक हेक्टेयर भूमि में आप 500 पेड़ लगाकर कई सालों के लिए फुरसत हो सकते हैं. वहीं एक पेड़ से करीब 20 किलो काजू की पैदावार होती है. यानी कि एक हेक्टेयर जमीन से करीब 10 टन काजू पैदा होता है. इसकी पूरी प्रोसेसिंग करने के बाद आप इसे करीब 1200 रुपये किलो बेच सकते हैं. इस तरह आप कुछ ही दिनों में लाखों रुपये की कमाई आसानी से कर सकते हैं.
दुनिया में काजू की जितनी खपत होती है, उसकी करीब 25 फीसदी पैदावार भारत में होती है. वैसे तो मोटे तौर पर बात करें तो काजू की सबसे ज्यादा खेती तमिलनाडु, आंध्र प्रदेश, ओडिशा, पश्चिम बंगाल, महाराष्ट्र, गोवा, कर्नाटक आदि में ही होती है. लेकिन उत्तर प्रदेश और झारखंड के कुछ हिस्सों में भी काजू की खेती की जाती है.