इंटरव्यू में हुआ खुलासा
उन्होंने कहा कि टैक्स चोरी को रोकने और जीएसटी के दायरे में नए व्यवसायों को लाने के ठोस प्रयासों से टैक्स कलेक्शन का यह नया ‘सामान्य’ स्तर होगा. जौहरी ने इंटरव्यू में कहा कि आम बजट 2023-24 में दिए गए जीएसटी और सीमा शुल्क राजस्व संग्रह के अनुमान वास्तविक हैं और मौजूदा कीमतों पर जीडीपी ग्रोथ तथा आयात के रुझानों पर आधारित है.
इनडायरेक्ट टैक्स कलेक्शन के लक्ष्य को किया जाएगा हासिल
बता दें अगले वित्त वर्ष के लिए निर्धारित अप्रत्यक्ष कर संग्रह के लक्ष्य को हासिल कर लिया जाएगा. जौहरी ने कहा कि सीबीआईसी ने सख्त ऑडिट और कर रिटर्न की जांच, फर्जी बिलिंग और इनपुट टैक्स क्रेडिट दावों के खिलाफ प्रवर्तन कार्रवाई के जरिये जीएसटी संग्रह बढ़ाने की रणनीति तैयार की है.
टैक्सपेयर्स का आधार बढ़ाने पर रहेगा फोकस
उन्होंने कहा है कि हम टैक्सपेयर्स का आधार बढ़ाने पर ध्यान देंगे. करदाता आधार में वृद्धि काफी अच्छी रही है. हमने जीएसटी शुरू होने के समय से करदाताओं की संख्या दोगुनी से अधिक कर दी है फिर भी, हमें लगता है कि कुछ ऐसे क्षेत्र हैं, जिनमें करदाताओं की संख्या बढ़ने की बहुत अधिक क्षमता है. उन्होंने कहा है कि इसलिए मुझे लगता है कि हम चरम स्तर तक नहीं पहुंचे हैं और राजस्व बढ़ाने की गुंजाइश है.
1.45 लाख करोड़ रुपये रह सकता है कलेक्शन
चालू वित्त वर्ष में मासिक जीएसटी संग्रह औसतन लगभग 1.45 लाख करोड़ रुपये रहने की संभावना है. यह पूछने पर कि क्या अगले वित्त वर्ष में 1.50 लाख करोड़ रुपये का मासिक जीएसटी संग्रह आसानी से हासिल हो जाएगा, उन्होंने कहा है कि हां, मुझे इसपर भरोसा है... जीएसटी राजस्व में वृद्धि की और गुंजाइश है.
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