Deepak Parekh Offer Letter: वायरल लेटर से पता चला कि पारेख को उस समय एचडीएफसी में उप महाप्रबंधक के पद की पेशकश की गई थी. ऑफर लेटर के अनुसार उस समय पारेख की बेसिक सैलरी 3,500 रुपये और महंगाई भत्ता 500 रुपये था.
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HDFC Bank Share Price: एचडीएफसी और एचडीएफसी लिमिटेड के मेगा मर्जर के बाद बैंक के पूर्व चेयरमैन को लेकर कई तरह की जानकारियां सामने आ रही हैं. एचडीएफसी के पूर्व चेयरमैन दीपक पारेख ने 30 जून को मेगा मर्जर से पहले अपनी सेवानिवृत्ति की घोषणा की और एक इमोशनल नोट शेयर किया. पारेख ने कहा कि अब उनके लिए आराम करने का समय है. उन्होंने इस नोट को शेयर करने के साथ ही कहा कि HDFC के शेयरहोल्डर्स के लिए यह मेरा आखिरी कम्युनिकेशन होगा. आप पूरी तरह आशान्वित रहे हम विकास और समृद्धि के बहुत ही रोमांचक भविष्य की तरफ बढ़ रहे हैं.
1978 का ऑफर लेटर हो रहा वायरल
इसके बाद एक पोस्ट में दीपेक पारेख का 1978 का ऑफर लेटर वायरल होने का दावा किया गया. उन्होंने 1978 में संगठन को ज्वाइन किया था. वायरल हो रहा लेटर 19 जुलाई 1978 को जारी किया गया है, यह ऑफर लेटर पारेख के लिए था. इसे देखने से पता चला कि उन्हें एचडीएफसी में उप महाप्रबंधक के पद की पेशकश की गई थी. ऑफर लेटर के अनुसार उस समय पारेख का बेसिक सैलरी 3,500 रुपये और महंगाई भत्ता 500 रुपये था. इसके अलावा वह 15 प्रतिशत हाउस रेंट अलाउंस (HRA) के भी हकदार थे.
Deepak Parekh hangs up his boots after a 45-year career at #HDFC
His appointment letter dated July 19, 1978. He joined as Deputy General Manager of HDFC for a basic salary of Rs 3,500
Truly the end of an era!#HDFCMerger pic.twitter.com/9Z7qedifTK
— Shilpa S. Ranipeta (@Shilparanipeta) June 30, 2023
पारदर्शी रहने की प्रतिबद्धता पर अटल रहा
वायरल हो रहे लेटर के अनुसार पारेख को पीएफ, ग्रेच्युटी, मेडिकल बेनिफिट और नियमानुसार एलटीए (LTA) का भी फायदा मिलता था. एचडीएफसी की तरफ से यह भी कहा गया कि दीपक पारेख के रेजिडेंशियल टेलीफोन के खर्च को रिम्बर्स किया जाएगा. 78 वर्षीय पारेख ने हाल ही में रिटायरमेंट के बाद शेयरहोल्डर्स को लिखे लेटर में कहा था कि संगठन पूरी विलय प्रक्रिया के दौरान पारदर्शी रहने की प्रतिबद्धता पर अटल रहा है.
हाल ही में दुनिया की सबसे बड़े मर्जर के पूरे होने पर उन्होंने कहा सभी नियमों का हितधारकों के लिए बारीकी से पालन किया गया है. हम इस पूरी प्रक्रिया में पारदर्शी होने प्रतिबद्धता पर अटल रहे हैं. उन्होंने यह भी कहा कि एचडीएफसी बैंक में ट्रांसफर होने वाले सभी कर्मचारियों को पता है कि आप 'एचडीएफसी' की अमिट छाप हमेशा अपने साथ रखेंगे. बदलाव को अपनाएं, टीम के रूप में काम करना जारी रखें.' एक-दूसरे का साथ दें.' आपको बता दें 12 जुलाई को एचडीएफसी के शेयर का 12 जुलाई को स्टॉक एक्सचेंज पर ट्रेडिंग का अंतिम दिन था.