कोरोना काल में ही बीमा कंपनियां अपने स्वास्थ्य बीमा उत्पादों को जल्द ही महंगा करने जा रही हैं. अगर आपके पास किसी तरह की कोई हेल्थ इंश्योरेंस पॉलिसी नहीं है, तो फिर जल्द से जल्द पॉलिसी को खरीद लें.
Trending Photos
नई दिल्लीः कोरोना काल में जल्द ही बीमा कंपनियां अपने स्वास्थ्य बीमा उत्पादों को जल्द ही महंगा करने जा रही हैं. अगर आपके पास किसी तरह की कोई हेल्थ इंश्योरेंस पॉलिसी नहीं है, तो फिर जल्द से जल्द पॉलिसी को खरीद लें.
इतना बढ़ जाएगा प्रीमियम
कंपनियां आने वाले महीनों में प्रीमियम में 10 से लेकर के 20 फीसदी का इजाफा करने जा रही हैं. इसका मतलब है कि जहां किसी कंपनी में प्रीमियम 10 हजार रुपये का है, उसमें 2 हजार रुपये की अधिकतम बढ़ोतरी हो जाएगी. नए प्रोडक्ट्स में एक्सक्लूजन शामिल होने की वजह और मेडिकल इंफ्लेशन समेत क्लेम रेश्यों में बढ़ोतरी प्रीमियम महंगे होने की बड़ी वजह होगी.
सितंबर तक बढ़ जाएगा प्रीमियम
- हेल्थ इंश्योरेंस का प्रीमियम बढ़ेगा
- एक्सक्लूजन कम होने की वजह से प्रीमियम में बढ़ोतरी होगी
- 30 सितंबर तक कंपनियों को करनी है नए प्रोडक्ट्स की फाइलिंग
- 10% से 20% तक प्रीमियम में हो सकती है बढ़ोतरी
- मेडिकल प्रॉसीजर को शामिल करने की वजह से भी प्रीमियम बढ़ेगा
- मेडिकल इन्फ्लेशन और क्लेम सेटलमेंट भी वजह होगी
- रूम रेंट के अनुपात में बाकी चार्जेज हटने से भी प्रीमियम पर असर पड़ेगा
- पॉलिसी शर्तों के मुताबिक मौजूदा पॉलिसी होल्डर्स को थोड़ी राहत मिल सकती है
- प्रीमियम का असर मौजूदा पॉलिसी के हिसाब से होगा
- 10% से ज्यादा प्रीमियम बढ़ने पर कंपनी को नया प्रोडक्ट फाइल करना होगा
- हेल्थ इंश्योरेंस में स्टैंडर्डाइजेशन करने के लिए IRDAI का प्रयास
पॉलिसी में शामिल हो जाएंगी ये बीमारियां भी
नए प्रीमियम के अनुसार कंपनियां हेल्थ इंश्योरेंस प्लान में मानसिक दिक्कतों, जेनेटिक बीमारियों, न्यूरो संबंधी विकारों तथा मनोवैज्ञानिक विकारों जैसी गंभीर बीमारियों को भी शामिल करेंगी. पहले ये सभी बीमारियां पॉलिसी से अलग होती थीं. हलांकि अब इरडा ने इन सभी बीमारियों को भी पॉलिसी में शामिल करने के लिए कहा है.
यह भी पढ़ेंः सुंदर पिचाई ने की प्रधानमंत्री मोदी से बात, डिजिटल इंडिया में इतने करोड़ निवेश करेगा Google
ये भी देखें---