देखते रह गए अमेरिका और चीन...बुलेट की रफ्तार से दौड़ रही देश के ग्रोथ की गड्डी, जीडीपी 8% के पार
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देखते रह गए अमेरिका और चीन...बुलेट की रफ्तार से दौड़ रही देश के ग्रोथ की गड्डी, जीडीपी 8% के पार

यूरोप, चीन, अमेरिका, जापान जैसे देशों की अर्थव्यवस्था हिली हुई है. जापान, जर्मनी और चीन जैसे देशों की इकॉनमी कई मोर्चों पर संघर्ष कर रही है. इन सब शक्तिशाली देशों के बीच भारत की अर्थव्यवस्था तेज रफ्तार से भाग रही है.

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India GDP Growth: यूरोप, चीन, अमेरिका, जापान जैसे देशों की अर्थव्यवस्था हिली हुई है. जापान, जर्मनी और चीन जैसे देशों की इकॉनमी कई मोर्चों पर संघर्ष कर रही है. इन सब शक्तिशाली देशों के बीच भारत की अर्थव्यवस्था तेज रफ्तार से भाग रही है. लोकसभा चुनाव के सातवें चरण की वोटिंग से पहले भारत की इकॉनमी को लेकर दिल खुश करने वाली रिपोर्ट आई है. वित्त वर्ष 2023-24 की चौथी तिमाही में भारत का जीडीपी ग्रोथ 7.8 फीसदी है.

रॉकेट की रफ्तार से भाग रही इकॉनमी 

भारत की अर्थव्यवस्था को लेकर चारों तरफ से अच्छी खबरें आ रही है. एक तरफ रेटिंग एजेंसियों ने भारत की रेटिंग के अनुमान को बढ़ा दिया है तो वहीं  शुक्रवार 31 मई को MOSPI के डेटा के मुताबिक वित्त वर्ष 2023-24 की चौथी तिमाही यानी जनवरी-मार्च 2024 में जीडीपी ग्रोथ 7.8 फीसदी रही है. पिछले साल समान तिमाही में जीडीपी ग्रोथ 6.1 फीसदी रही थी. इसके अलावा वित्त वर्ष 2023-24 में जीडीपी ग्रोथ 8.2 फीसदी रही है. 

भारत की अर्थव्यवस्था पर बढ़ा भरोसा   

आर्थिक मोर्चे पर भारत नये कीर्तिमान गढ़ रहा है. दुनिया की पांचवी अर्थव्यवस्था बुलेट की रफ्तार से तीसरी इकॉनमी बनने के लिए दौड़ लगा रही है. सांख्यिकी और कार्यक्रम कार्यान्वयन मंत्रालय (MoSPI) के राष्ट्रीय सांख्यिकी कार्यालय (NSO) की ओर से जारी आंकड़ों के मुताबिक भारत का जीडीपी ग्रोथ आरबीआई के ग्रोथ अनुमान को पार कर गया. 31 मई को NSO के आंकड़ों के मुताबिक, FY24 की चौथी तिमाही में देश की जीडीपी ग्रोथ 7.8 फीसदी रही. जबकि आरबीआई ने 6.9 फीसदी रहने का अनुमान लगाया था. वहीं ब्लूमबर्ग के इकोनॉमिस्ट्स ने जीडीपी ग्रोथ 7 फीसदी का अनुमान जताया था, लेकिन भारत की इकॉनमी ने इन अनुमानों को तोड़ते हुए 7.8 फीसदी का जीडीपी ग्रोथ हासिल किया. वहीं पूरे वित्त वर्ष में भी देश का जीडीपी ग्रोथ 8.2% फीसदी बढ़ा है. जबकि ब्लूमबर्ग का 7.9 फीसदी का अनुमान लगाया है. आंकड़ों के मुताबिक ग्रॉस वैल्यू एडेड (GVA) ग्रोथ भी अनुमान से बेहतर रही, चौथी तिमाही में GVA ग्रोथ 6.3%  रही है.  

देखते रह गए  अमेरिका और चीन  

 भारत का ग्रोथ जहां रिकॉर्ड तोड़ रहा है तो वहीं अमेरिका, चीन जैसे शक्तिशाली देश अपनी सुस्त इकॉनमी को संभालने में जुटे हुए हैं. जीडीपी ग्रोथ अनुमान के हिसाब से देखें तो भारत के 8.2% ग्रोथ के मुकाबले चीन की विकास दर 5.2% , अमेरिका में 3.1% ग्रोथ रही.  आईएमएफ ने भी भारत के ग्रोथ पर भरोसा जताया है.  वहीं कोरोना के बाद से चीन अपने गिरते विकास दर को संभालने में जुटा है. चीन के गिरते निर्यात, घटती महंगाई, दिवालिया होता रियल एस्टेट, चरमरा रही बैंकिंग सेक्टर और बूढ़ी होती आबादी चीन के लिए चुनौती बने हुए हैं. हालांकि आईएमएफ ने FY24 के लिए चीन के विकास दर के ग्रोथ के अनुमान को 4.6 फीसदी से बढ़ाकर 5 फीसदी कर दिया है.हालांकि उसने अगाह भी किया कि साल 2029 तक यह घटकर 3.3 फीसदी रह जाएगी.

पिछले साल कितनी थी जीडीपी  ? 

भारत के ग्रोथ ने तीसरी तिमाही में भी दुनिया को हैरान किया था. FY24 की तीसरी तिमाही में भारत की जीडीपी ग्रोथ 8.4 फीसदी से बढ़ी थी. जबकि अनुमान किटा जा रहा था कि यह करीब 7 फीसदी के आसपास रहेगी. अगर वित्त वर्ष 2022-23 की बात करें तो जनवरी-मार्च तिमाही में  जीडीपी ग्रोथ 6.2 फीसदी रहा था, जबकि पूरे वित्त वर्ष 2022-23 में ग्रोथ रेट 7 प्रतिशत रही थी.  

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