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नई दिल्ली: Indian Railways: इंडियन रेलवे अपने यात्रियों की सुविधा के लिए हमेशा ही तत्पर रहता है. ट्रेनों में सफर करने के दौरान सीनियर सिटिजंस को लोअर बर्थ की प्राथमिकता दी जाती है. लेकिन कई बार टिकट बुकिंग के दौरान सीनियर सिटिजन के लिए आग्रह करने के बावजूद उन्हें लोअर बर्थ की बजाय कभी मिडिल बर्थ तो कभी अपर बर्थ मिल जाती है. इससे उन्हें यात्रा में परेशानी होती है. लेकिन अब इंडियन रेलवे ने बताया है कि कैसे आपको कन्फर्म लोअर बर्थ मिलेगा?
दरअसल कुछ दिन पहले ट्विटर पर ये सवाल एक यात्री ने भारतीय रेलवे से पूछा है और कहा है कि ऐसा क्यों है, इसे ठीक किया जाना चाहिए. यात्री ने रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव को टैग करते हुए लिखा है कि सीट आवंटन को चलाने का क्या तर्क है, मैंने तीन सीनियर सिटिजंस के लिए लोअर बर्थ प्रेफरेंस के साथ टिकट बुक की थीं, तब 102 बर्थ मुहैया थीं, बावजूद इसके उन्हें मिडिल बर्थ, अपर बर्थ और साइड लोअर बर्थ दी गईं. आपको इसे सुधारना चाहिए.
@IRCTCofficial what logic do you run for seat allocation, I had booked tickets for 3 senior citizens with preference of lower berth , there are 102 berths available, yet allocated berths are middle, upper and side lower. U need to correct same.@AshwiniVaishnaw
— jitendra S (@jitendrasarda) September 11, 2021
यात्री के इस सवाल पर IRCTC ने ट्विटर पर अपनी सफाई दी है. IRCTC ने जवाब दिया कि- महोदय, लोअर बर्थ/सीनियर सिटिजन कोटा बर्थ केवल 60 वर्ष और उससे अधिक, 45 वर्ष और उससे अधिक की महिला आयु के लिए निर्धारित निचली बर्थ हैं, जब वो अकेले या दो यात्री (एक टिकट पर यात्रा करने वाले मानदंडों के तहत) सफर करते हैं. IRCTC ने आगे कहा कि अगर दो से अधिक वरिष्ठ नागरिक या एक वरिष्ठ नागरिक है और दूसरा वरिष्ठ नागरिक नहीं हैं, तो सिस्टम इस पर विचार नहीं करेगा.
Sir, Lower berth/Sr. Citizen quota berths are lower berths earmarked only for male age of 60 years and above/female age of 45 years and above, when traveling alone or two passengers ( under mentioned criteria traveling on one ticket. 1/2
-IRCTC Official
— Indian Railways Seva (@RailwaySeva) September 11, 2021
आपको बता दें कि भारतीय रेलवे ने पिछले साल कोरोनोवायरस महामारी को देखते हुए गैर-जरूरी यात्रा को हतोत्साहित करने के लिए वरिष्ठ नागरिकों सहित कई श्रेणियों के लोगों के रियायती टिकटों (Concessional Tickets) को निलंबित कर दिया था. रेलवे ने यह भी कहा कि वरिष्ठ नागरिकों के लिए रियायतें वापस ले ली गई हैं क्योंकि COVID-19 वायरस के कारण फैलने और मृत्यु दर का जोखिम उस श्रेणी में सबसे अधिक है.
कोविड-19 के संबंध में जारी स्वास्थ्य परामर्श और यात्रियों को गैर-जरूरी यात्रा करने से हतोत्साहित करने के मद्देनजर, एक विशेष मामले के रूप में यह निर्णय लिया गया है कि सभी श्रेणियों के लिए कोई रियायती अनारक्षित टिकट प्रणाली (UTS) और यात्री आरक्षण प्रणाली (PRS) टिकट नहीं है. छात्रों को छोड़कर यात्रियों की चार श्रेणियों में दिव्यांगजन और 11 श्रेणी के मरीजों को जारी किया जाएगा.